फरीदाबाद के अस्पताल में दिखा इमोशनल सीन, मौत के बाद डेड बॉडी लेकर भागे परिजन, पुलिस से कहा - " वो जिंदा है" - Family Running away with dead Body - FAMILY RUNNING AWAY WITH DEAD BODY
Haryana Faridabad family members started running away with the dead body : हरियाणा के फरीदाबाद के सिविल अस्पताल में बेहद इमोशनल सीन देखने को मिला. यहां एक किशोर की मौत के बाद उसके परिजन मानने को तैयार नहीं थे कि उसकी मौत हो चुकी है और वे उसे इलाज के लिए निजी अस्पताल ले जाने की जिद पर अड़े थे .ऐसे में उन्होंने उसकी डेड बॉडी को लेकर अस्पताल से दौड़ लगा दी. हालांकि पुलिसकर्मियों की टीम ने पीछा करके उन्हें रोक लिया.
फरीदाबाद :हरियाणा के फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल से शव लेकर भागने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया. बताया जा रहा है कि 16 वर्षीय किशोर को उसके परिजन अस्पताल में इलाज कराने के लिए लेकर पहुंचे थे. डॉक्टरों ने किशोर को मृत घोषित कर दिया. इसके बाद शव को अस्पताल की मोर्चुरी में रखवाने के लिए कहा गया. लेकिन इसी बीच उसके परिजन लाश को लेकर भागने लगे. ख़बर लगने पर पुलिसकर्मियों ने पीछा करके उन्हें रोका.
किशोर को अस्पताल लेकर पहुंचे थे परिजन
जानकारी के मुताबिक फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में एक 16 वर्षीय किशोर को उसके परिजन अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड लेकर पहुंचे थे. परिजनों के मुताबिक मृतक ने घर में खुदकुशी कर ली थी जिसके बाद उसके परिजन आनन-फानन में उसे लेकर सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड पहुंचे. यहां आने पर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात डॉक्टर हितेश नागर ने किशोर को मृत घोषित कर दिया. घटना की जानकारी बादशाह खान सिविल अस्पताल की पुलिस चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों को भी दे दी गई ताकि डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चुरी में रखवाया जा सके.
लेकिन पुलिस के पहुंचते ही मृतक का बड़ा भाई अपने कुछ साथियों के साथ उसकी डेड बॉडी को कंधे पर उठाकर भागने लगा और लोगों से कहने लगा कि वो जिंदा है और उसे वो किसी निजी अस्पताल में ले जाकर दिखाना चाहते हैं. इस दौरान अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की. उन्हें बताया गया कि किशोर की मौत हो चुकी है और कानूनी प्रकिया के तहत उसका पोस्टमार्टम किया जाएगा. लेकिन उसके परिजन मानने को तैयार नहीं थे. वे डेड बॉडी को कभी गोद में उठाकर तो कभी कंधे पर उठाकर भागते नज़र आए. वे किसी हालत में उसे लेकर निजी अस्पताल जाना चाहते थे.
ऐसे में अस्पताल की पुलिस चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों ने मामले की ख़बर तीन नंबर पुलिस चौकी को दी. इसके बाद तीन नंबर पुलिस चौकी और डायल 112 की टीम बीके अस्पताल पहुंची लेकिन तब तक मृतक के शव को बाइक पर रखकर उसके परिजन बीके चौक तक पहुंच गए थे. पीसीआर की टीम ने उनका पीछा करके उन्हें रोका. इसके बाद उन्हें समझाकर दोबारा अस्पताल लाया गया और मृतक की डेड बॉडी को अस्पताल में रखवाया गया. वहीं किशोर के पिता ने बताया कि मृतक बीएससी फर्स्ट ईयर की पढ़ाई कर रहा था. उन्होंने बताया कि मृतक घर पर अकेला था और उसने किन कारणों से खुदकुशी की, वे नहीं जानते और पुलिस को इस मामले की तफ्तीश करनी चाहिए.