धर्मावरम:ताड़ीमार्री और बट्टालपल्ली इलाके में लोगों के साथ बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. एक जालसाज ने गारमेंट उद्योग स्थापित करने का झूठा दावा करके 100 से अधिक लोगों को ठगा. उसने सुनहरे अवसरों और साझेदारी का वादा करके भोले-भाले लोगों से लाखों रुपए ऐंठ लिया.
घोटाले का खुलासा
धोखेबाज ने ताड़ीमार्री मंडल के पतरापल्ली गांव के स्थानीय लोगों को यह कहकर जाल में फंसाया कि उसे उद्योग स्थापित करने के लिए ट्रैक्टरों की जरूरत है. उसने हर ट्रैक्टर के लिए 40,000 रुपये प्रति महीने किराए का वादा किया. बाद में उसने और अधिक भरोसा जीतने के लिए ट्रैक्टर मालिकों से उद्योग स्थापित करने के लिए 12,500 रुपये पहले ही देने को कहा. कई लोगों ने बिना सोचे-समझे ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर कर दिए, लेकिन कुछ दिनों बाद ही उनके फोन बंद हो गए.
प्रत्येक पीड़ित से एक लाख रुपये से अधिक की ठगी
लोगों का कहना है कि तड़ीमर्री और बट्टालपल्ली मंडल के 100 से अधिक पीड़ित इस जाल में फंसे हैं. इनमें से प्रत्येक व्यक्ति ने एक लाख से दो लाख रुपये तक की ठगी की. तड़ीमर्री के पीड़ित भरत और संजीव रेड्डी ने एक -एक लाख रुपये गंवाए की बात कही. वहीं, बट्टालपल्ली के रमेश ने 2 लाख रुपये ठगे जाने की बात कही.
शातिर ठग ने संदेह से बचने के लिए लेन-देन के लिए अपने मोबाइल नंबर का इस्तेमाल नहीं किया. इसके बजाय उसने पीड़ितों को फोनपे के जरिए अपने परिचितों से जुड़े खातों में पैसे ट्रांसफर करवाए. सामाजिक कलंक के डर से कुछ पीड़ित चुप रहे, जिससे पता चलता है कि प्रभावित लोगों की वास्तविक संख्या और भी अधिक हो सकती है.
विश्वास जीतने के लिए फर्जी लैंड एग्रीमेंट