तिरुवनंतपुरम: कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रविवार सुबह एक यात्री को सुरक्षा जांच के दौरान 'अलार्मिंग कमेंट' करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. एयर इंडिया की फ्लाइट AI 682 से कोच्चि से मुंबई जाने वाले 42 साल के मनोज कुमार ने एक्स-रे बैगेज इंस्पेक्शन सिस्टम (XBIS) पर CISF अधिकारी से पूछा कि क्या उनके बैग में बम है?
इस टिप्पणी ने तुरंत लोगों को सचेत किया, जिसके बाद बम डिटेक्शन और डिस्पोजल स्क्वॉड (BDDS) ने उनके केबिन और बैग की गहन जांच की गई. हालांकि, कोई बैग में कुछ नहीं मिला. इसके बाद कुमार को विमान में चढ़ने नहीं दिया गया और आगे की जांच के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया. एयरपोर्ट ने एक बयान में बताया कि फ्लाइट निर्धारित समय पर रवाना हुई.
क्या मेरे बैग में कोई बम है?
कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, "प्री-एम्बार्केशन सुरक्षा जांच के दौरान कुमार ने CISF अधिकारी से पूछा, "क्या मेरे बैग में कोई बम है?" इस बयान ने तत्काल चिंता पैदा कर दी और हवाई अड्डे की सुरक्षा टीम को तुरंत कार्रवाई करने के लिए प्रेरित किया. बम डिटेक्शन और डिस्पोजल स्क्वॉड (BDDS) द्वारा यात्री के केबिन और चेक किए गए सामान की गहन जांच की गई. आवश्यक जांच पूरी करने के बाद, कुमार को आगे की जांच के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया."
एयरपोर्ट पर 'बम' शब्द का इस्तेमाल बिलकुल नहीं किया जाता
हवाई अड्डे किसी भी तरह की धमकी, खासतौर पर 'बम' और 'हाईजैक' जैसे शब्दों के इस्तेमाल को बहुत गंभीरता से लिया जाता है. नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो, जो भारत में अंतरराष्ट्रीय और घरेलू दोनों हवाई अड्डों पर उड़ान सुरक्षा के लिए मानक निर्धारित करता है, चेतावनी देता है कि मजाक में दी गई धमकी (यहां तक कि एक बच्चे द्वारा भी) पूरे परिवार को देरी का सामना करा सकती है और जुर्माना भी लग सकता है. एयरपोर्ट पर 'मेरे बैग में बम है' जैसे बयान देने से बचना चाहिए, क्योंकि इन्हें गंभीर अपराध माना जाता है और ये कानून के खिलाफ हैं.