बेमेतरा:बेमेतरा-नवागढ़ रोड पर 72 एकड़ में छत्तीसगढ़ का पहला गौ अभयारण्य बनकर तैयार हो चुका है. अभयारण्य को तैयार करने में 6 करोड़ 57 लाख की लागत आई है. झालम में बना ये गौ अभयारण्य कई मायनों में अनोखा है. एक तो इसे प्रदेश का पहला गौ अभयारण्य होने का तमगा मिला है. दूसरा इस अभयारण्य के निर्माण की तैयारी साल 2015 में शुरु हुई थी. करीब 9 सालों के बाद ये अभयारण्य अब बनकर तैयार हो चुका है. बीजेपी की इसे महत्वाकांक्षी योजनाओं में गिना जाता रहा है. सीएम के हाथों अब इस लोकार्पण होना है.
झालम का गौ अभयारण्य बनकर तैयार:वर्तमान में झालम गौ अभयारण्य में जो शेड बने हैं उनमें 180 मवेशियों को रखने की झमता है. मवेशियों की देखभाल के लिए कर्चमारी भी रखे गए हैं. मवेशियों की सेहत का ध्यान रखने के लिए जानवरों के तीन डॉक्टरों की भी नियुक्ति की गई है. मवेशियों की देखभाल के लिए 8 मनरेगा मजदूरों को यहां रखा गया है. जो नए शेड बनाए गए हैं. उन शेडों में 200 दूध देने वाली गायों को रखा जा सकेगा. इसके साथ ही 144 सामान्य मवेशी और 344 अन्य मवेशियों को रखने की भी झमता यहां मौजूद है.
''वर्तमान में यहां जो शेड बनाए गए हैं उसमें 180 मवेशी रखे गए हैं. गौ अभयारण्य में कुल 144 सामान्य और 344 अन्य मवेशियों को रखने की झमता है. यहां पर सभी मवेशियों का उचित देखभाल किया जाता है. डॉक्टरी सुविधा भी मौजूद है.''- डॉक्टर राजेंद्र भगत, उपसंचालक, पशु चिकिसा विभाग