दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

76 वर्षीय महिला चलती ट्रेन से गिरने के बाद भी बची, RPF ने बेटे से मिलाया - TRAIN OLD WOMAN SAMBALPUR ODISHA

यह हादसा उस समय हुआ जब पीड़िता अपने परिवार संग अहमदाबाद जा रही थी.

TRAIN OLD WOMAN SAMBALPUR ODISHA
आरपीएफ जवानों के प्रयास से पार्वती अपने बेटे से मिली. (ETV Bharat)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 22, 2024, 7:11 AM IST

संबलपुर: गुरुवार की सुबह संबलपुर के घने जंगल में सन्नाटा पसरा हुआ था, जिसे दूर से पुरी-अहमदाबाद एक्सप्रेस की गड़गड़ाहट ने ही तोड़ा. चांद की रोशनी में 76 वर्षीय पार्वती दास ने खुद को अकेली और घायल अवस्था में पाया, वह हाथियों की आवाजाही वाले इलाके में रेलवे ट्रैक पर पड़ी थी.

केंद्रपाड़ा जिले की रहने वाली पार्वती अपने बेटे प्रद्युम्न, बहू और पोती के साथ यात्रा कर रही थी. परिवार अहमदाबाद जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ. सुबह करीब 3 बजे, जब हाथी की हरकत के कारण ट्रेन हटीबारी स्टेशन के पास धीमी हुई, तो पार्वती, जो कथित तौर पर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित है, ट्रेन के दरवाजे पर भटक गई. जब उसका परिवार सो रहा था, तब वह कब फिसलकर पटरियों पर गिर गई, किसी को पता नहीं चला. परिवार को इस संकट के बारे में तब तक पता नहीं चला, जब तक कि बेटा जाग नहीं गया और उसने पाया कि मां गायब है.

चब तक ट्रेन 70 किलोमीटर दूर बरगढ़ स्टेशन पर पहुंच चुकी थी. लोगों में दहशत फैल गई. इस बीच, जैसा कि ईश्वर ने चाहा, पार्वती को हटीबारी के पास गश्त कर रहे एक सतर्क ट्रैकमैन ने देखा. उस समय पटरियों पर अकेली खड़ी एक बुजुर्ग महिला पर संदेह होने पर, वह उसकी सहायता के लिए दौड़ा और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को सूचित किया.

रायराखोल RPF अधिकारी ASI मनोज कुमार सामल ने बचाव अभियान के बारे में बताया कि ट्रैकमैन ने हमें तुरंत सूचित किया. हम मौके पर पहुंचे, उसके सिर और हाथ में मामूली चोटों के लिए उसे प्राथमिक उपचार दिया. उन्होंने कहा कि हमारी टीम ने यह सुनिश्चित किया कि उसे जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाए.

इस बीच, पार्वती के बेटे प्रद्युम्न ने बरगढ़ में RPF को उसके लापता होने की सूचना दी. दोनों स्टेशनों के बीच समन्वय के बाद वीडियो कॉल के जरिए बेटे पार्वती की पहचान की गई. इसके बाद उसे आगे के इलाज के लिए संबलपुर जिला मुख्यालय अस्पताल ले जाया गया.

अपनी मां से मिलकर, प्रद्युम्न ने राहत की सांस ली और रेलवे कर्मचारियों और ट्रैकमैन का आभार व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि जब हमें पता चला कि वह लापता है, तो हम घबरा गए, लेकिन आरपीएफ और सभी लोगों की बदौलत मेरी मां सुरक्षित है.

एएसआई सामल ने बताया कि पार्वती के बेटे के अनुसार, वह छह साल से मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही है और दवा ले रही है. ऐसा लगता है कि वह भ्रमित हो गई थी और हातिबारी के पास ट्रेन की गति धीमी होने पर उसने उतरने की कोशिश की. पार्वती और उसका परिवार उस दिन बाद में पैसेंजर ट्रेन से भुवनेश्वर लौट आया.

ये भी पढ़ें

ABOUT THE AUTHOR

...view details