नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हो रही बारिश की वजह से स्वास्थ्य सेवाओं पर बुरा असर पड़ रहा है. एम्स अस्पताल में शुक्रवार रात को नौ ऑपरेशन थियेटर में सर्जरी नहीं हो सकीं. इस वजह से अस्पताल में न्यूरो सर्जरी और ट्रामा की करीब दर्जन भर सर्जरी रद्द हो गईं. तेज बारिश की वजह से अस्पतालों के ऑपरेशन थियेटर में पानी भर गया. कई ऑपरेशन थिएटर में दीवार के सहारे पानी रिसता हुआ जमीन में जमा होने लगा. ऑपरेशन थियेटर के एसी (AC) बंद हो गए और कई जगह अस्पताल के इलेक्ट्रिकल उपकरणों ने काम करना बंद कर दिया. अस्पताल की एक इमारत में तो लिफ्ट भी काफी देर तक बंद रहीं.
मरीजों को सफदरजंग और दूसरे अस्पताल रेफर करने का आदेश
एम्स के कार्डियो न्यूरो केंद्र में न्यूरो सर्जरी के मरीजों का लिए सात ऑपरेशन थियेटर हैं. बारिश आने से पहले चार ऑपरेशन थियेटर (ओटी) चालू थे लेकिन बारिश के बाद ओटी में पानी भरने से न्यूरो सर्जरी विभाग ने शुक्रवार के लिए इन्हें पूरी तरह बंद कर दिया. इस दौरान यहां होने वाली सर्जरी रद्द हो गईं. यहां कुछ मरीज ऐसे थे जिन्हें एक से दो साल बाद सर्जरी की तारीख मिली थी. इस दौरान न्यूरो सर्जरी विभाग ने आदेश जारी करते हुए कहा कि ओटी की हालत खराब होने की वजह से कोई भी सर्जरी नहीं हो सकती है. ऐसे में इमरजेंसी की स्थिति में आने वाले मरीजों को सफदरजंग और दूसरे सरकारी अस्पतालों में रेफर का दिया जाए.
एम्स ट्रामा सेंटर में पांच ओटी बंद रहे
एम्स दिल्ली के जय प्रकाश नारायण ट्रामा सेंटर में पांच ऑपरेशन थियेटर का एक ओटी कॉम्प्लेक्स है. यहां बारिश की वजह से ओटी में पानी घुस गया। ऐसे में शुक्रवार रात तक यहां एक भी सर्जरी नहीं हो सकी. अस्पताल के सूत्रों के मुताबिक शनिवार दोपहर तक ओटी चालू हो सकता है, एम्स का राजेंद्र प्रसाद नेत्र चिकित्सालय में भी ऑपरेशन थिएटर की सुविधा प्रभावित रही. यहां शुक्रवार दोपहर 12 बजे से सर्जरी शुरू हुईं.'
AIIMS अस्पताल ने जारी किया नोटिस
दिल्ली एम्स के न्यूरो साइंस सेंटर में एयर कंडीशनिंग के ठीक से काम न करने और दीवारों से पानी के रिसाव के कारण सभी ऑपरेशन थिएटर (ओटी) को भी बंद रखा गया. एम्स की ओर से एक नोटिस जारी करके यह जानकारी दी गई है. नोटिस में लिखा है कि न्यूरो सर्जरी (एनएस) ओटी की सिस्टर इन-चार्ज, चिकित्सा अधीक्षक और न्यूरो सेंटर के प्रमुख के साथ चर्चा के अनुसार एम्स में हुए जलभराव के कारण कोई भी ऑपरेशन नहीं किया जा सकता है. आपातकालीन स्थिति में आने वाले किसी भी मरीज को सर्जरी की आवश्यकता होती है, तो कृपया उसे सफदरजंग या किसी अन्य सरकारी अस्पताल में भेजा जाए. यदि कोई ऐसा मामला है, जिसे तत्काल किया जाना है तो कृपया संबंधित फैकल्टी के साथ चर्चा के बाद उसे ट्रॉमा सेंटर में ले जाया जा सकता है.