नई दिल्ली: दिल्ली की मंत्री आतिशी ने भारतीय जनता पार्टी पर बड़े आरोप लगाये हैं. उन्होंने हरियाणा सरकार पर यमुना का पानी रोकने का आरोप लगाया है, जिससे चुनाव से पहले दिल्ली में पानी की किल्लत खड़ी कर मुद्दा बनाया जा सके. आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में जल मंत्री आतिशी ने कहा कि यह बीजेपी का नया षड़यंत्र है. यमुना का जलस्तर अब तक के इतिहास में पहली बार 670.9 फीट पर आ गया है. यमुना का पानी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में कम आ रहा है, जिससे दिल्ली के कई हिस्सों में पर्याप्त पानी की आपूर्ति नहीं हो पा रही है. इस मामले में आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार हरियाणा सरकार को पत्र लिखेगी. यदि सुनवाई नहीं होती है तो दिल्ली सरकार सुप्रीम कोर्ट जाएगी.
आतिशी ने कहा कि अब 25 मई को वोटिंग से पहले बीजेपी ने नया षड़यंत्र रचा है. इसके तहत हरियाणा सरकार के माध्यम से दिल्ली का पानी रोक दिया गया है. दिल्ली के लोगों को परेशान करने और दिल्ली में पानी की त्राहि त्राहि मचाने के लिए. पिछले कुछ दिनों जहां से कभी पानी की शिकायत नहीं आईं थी. वहां से पानी की शिकायतें आने पर जांच हुई तो पता चला कि यमुना का पानी हरियाणा सरकार द्वारा रोका जा रहा है. यमुना का स्तर सामान्य समय में वजीराबाद में 674 फीट होता है. जब कम होता है तो 672 फीट तक चला जाता है. 11 मई से 21 मई तक हरियाणा धीरे- धीरे दिल्ली का पानी रोक रहा है. 11 मई को यह पानी 671.6 मीटर पर था. 14 और 15 मई को 671.9 पर रहा. 17, 18 और 19 मई को पानी का स्तर 671 फीट पर आ गया. कल 21 मई को शायद दिल्ली के इतिहास में यमुना का पानी 671 फीट से भी नीचे 670.9 फीट पर आ गया. ये आंकडे बता रहे हैं कि 25 मई की वोटिंग से पहले पानी को रोकने का षड़यंत्र रचा जा रहा है. जिससे की आम आदमी पार्टी की सरकार को बदनाम किया जा सके. मैं दिल्ली के लोगों को सतर्क करना चाहती हूं कि 25 मई तक रोज रोज कोई न कोई साजिश की जाएगी. दिल्ली के मतदाताओं को बरगलाने की कोशिश की जाएगी. फिलहाल जल बोर्ड के अधिकारियों को 24 घंटे के अंदर पानी के टैंकर की व्यवस्था करने, बोरवेल जो पहले 16 घंटे चलते थे उन्हें 22 घंटे चलाने का आदेश दिया गया है, जिससे पेयजल की किल्लत न हो.
आतिशी ने कहा कि जब से लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई है. भाजपा को पता है कि उनके 10 साल के काम से लोग नाराज हैं. महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है. दिल्ली और देश के लोगों ने इंडिया एलायंस को जिताने का मन बना लिया है. यही कारण है कि आम आदमी पार्टी व अरविंद केजरीवाल के खिलाफ षड़यंत्र रचा जा रहा है. चुनाव की घोषणा होते ही अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया गया, ताकि बीजेपी चुनाव जीत सके. सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देकर लोकतंत्र को बचाने का काम किया. अरविंद केजरीवाल बाहर आए तो दिल्ली के लोगों का प्यार उनके प्रति और बढ़ गया. ये षड़यंत्र नहीं चला तो स्वाति मालीवाल के जरिए अरविंद केजरीवाल पर आरोप लगाकर बदनाम करने का प्रयास किया गया. ये भी फेल हुआ तो सालों पुराना विदेशी फंडिंग का केस लेकर आ गए और कहा कि इस पर हम ईडी के जरिए केस करेंगे. ये भी षड़यंत्र नहीं चला तो अब पानी की का षड़यंत्र रचा है.