नई दिल्ली: दिल्ली की बाबरपुर विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी (AAP) के उम्मीदवार गोपाल राय ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार अनिल कुमार वशिष्ठ को हरा दिया है. चुनाव आयोग की वेबसाइट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक गोपाल रॉय ने लगभग 19 हजार वोटों से जीत दर्ज की है.
आम आदमी पार्टी के एक प्रमुख नेता गोपाल राय दिल्ली के बाबरपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं. पार्टी ने इस बार भी उन्हें बाबरपुर से टिकट दिया. इसके लिए मतदान 5 फरवरी यानी बुधवार को हुआ था. गोपाल राय दिल्ली सरकार में पर्यावरण, वन और वन्यजीव, विकास और सामान्य प्रशासन मंत्री रहे हैं और आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति के सदस्य हैं.
गोपाल राय का राजनीतिक सफर
10 मई 1975 को दिल्ली में जन्मे गोपाल राय का राजनीतिक सफर 1992 में लखनऊ यूनिवर्सिटी से शुरू हुआ, जहां वे अखिल भारतीय छात्र संघ में सक्रिय रूप से शामिल थे. दिल्ली सरकार की वेबसाइट के अनुसार गोपाल राय ने कॉलेज परिसरों में भ्रष्टाचार और अपराध के खिलाफ अभियान चलाया.गोपाल राय को एक विरोध प्रदर्शन के दौरान गोली मार दी गई, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें आंशिक रूप से लकवा मार गया.
2015 में विधायक बने
गोपाल राय अपनी सक्रियता के चलते मुख्यधारा की राजनीति में आए और 2013 में उन्होंने बाबरपुर से दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद गोपाल राय की ने 2015 फिर से चुनाव लड़ा और बाबरपुर सीट हासिल की और उन्हें परिवहन और श्रम मंत्री नियुक्त किया गया. 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में गोपाल राय ने अपने प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नरेश गौड़ को 32,000 से अधिक मतों से हराकर बाबरपुर सीट फिर से जीती.
न्यूनतम मजूदरी में किया इजाफा
मंत्री के तौर पर गोपाल राय को दिल्ली में न्यूनतम मजदूरी बढ़ाने का क्रेडिट दिया जाता है. अनस्किल मजदूरों के लिए मजदूरी 9,000 रुपये से बढ़ाकर 14,000 रुपये करवाई.सेमी-स्किल और स्किल मजदूरों की मजदूरी में बढ़ोतरी ने उन्हें मजदूरों के अधिकारों की वकालत करने के लिए प्रशंसा दिलाई. AAP की संगठनात्मक रणनीतियों में एक प्रमुख व्यक्ति गोपाल राय दिल्ली में पार्टी की नींव को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते रहे हैं और दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में एक प्रमुख दावेदार हैं.
बता दें कि दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए मतदान 5 फरवरी को हुआ था, जबकि मतगणना शनिवार, 8 फरवरी को हो रही है. इसमें भाजपा और कांग्रेस आम आदमी पार्टी को लगातार तीसरी बार सत्ता में आने से रोकने की कोशिश कर रही हैं.
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