देहरादून:उत्तराखंड में जमीनों की खरीद-फरोख्त के नाम पर फर्जीवाड़े के मामले लगातार सामने आ रहे है. एक ऐसा ही नया मामला राजधानी देहरादून से सामने आया है, जहां जमीन का फर्जी मालिक बनने के लिए आरोपी ने दस्तावेजों में अपना धर्म तक बदल लिया. पुलिस ने आरोपी को यूपी से सहारनपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया. आरोपी को असली नाम प्रमोद गुज्जर है, जिसने दस्तावेजों में अपना नाम अरशद कय्यूम दिखाया है. आरोपी के अन्य साथी भी पुलिस की रडार पर है, जिन्हें पुलिस ने जल्द ही गिरफ्तार करने का दावा किया है.
राकेश बत्ता ने दर्ज कराई थी शिकायत: पुलिस ने बताया कि दस जून को महंत रोड लक्ष्मण चौक निवासी राकेश बत्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी. अपनी शिकायत में राकेश बत्ता ने बताया था कि गिरीश कोटियाल, दिनेश कुमार अग्रवाल (वरिष्ठ आर्किटेक्ट) और राजीव कुमार नाम के व्यक्ति ने उन्हें राजपुर रोड पर प्लॉट दिखाया था, जिसकी कीमत करीब पांच करोड़ रुपए थी.
85 लाख रुपए दिए नगद:आरोप है कि तीनों ने इस प्लॉट को अरशद कय्यूम का बताया था, जो उनका जानने वाला था. तीनों ने राकेश बत्ता की मुलाकात भी अरशद क्य्यूम से कराई. आरोपियों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पीड़ित को धोखा देकर एग्रीमेंट भी बनवा लिया. पीड़ित ने 55 लाख रुपए अरशद कय्यूम बैंक खाते में और 25 लाख रुपए नकद दिए. इसके अलावा दो-दो करोड़ के चेक भी दिया.
प्लॉट पर कब्जा लेने गए तो हुई असली मालिक से मुलाकात: आरोप है कि जब राकेश बत्ता अपने प्लॉट पर कब्जा करने पहुंचे तो वहां अरशद कय्यूम नाम का व्यक्ति मिला, जिसने पेपर दिखाते हुए उस प्रॉपर्टी को अपना बताया. इसके बाद राकेश बत्ता को अपने साथ ही धोखाधड़ी का पता चला. राकेश बत्ता ने 11 जून को साक्ष्यों के साथ राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों गिरीश कोठियाल, दिनेश अग्रवाल और राजीव कुमार को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि प्रमोद कुमार ने फर्जी अरशद कय्यूम बनकर फर्जी दस्तावेज के आधार पर पीड़ित राकेश बत्ता से एग्रीमेंट कर 80 लाख रुपये नगद और बैंक खातों में दो करोड के दो चैक लिए थे. जिसमे से शेष पैसा रजिस्ट्री के दिन देना तय हुआ था.