नई दिल्ली:रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत 2047 तक विकसित देश बनने का इच्छुक है और जापान के साथ साझेदारी डिफेंस टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री जैसे क्षेत्रों में इस विजन को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
वह यहां आयोजित भारत-जापान 2+2 विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक के तीसरे दौर के दौरान बोल रहे थे. राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सभी क्षेत्रों में मजबूती मिली है.
उन्होंने कहा, "दोनों देशों के बीच सभी क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंध बढ़े हैं. इन संबंधों में रक्षा एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में उभरा है. हमने भारत की आजादी के 100 साल पूरे होने तक भारत को एक विकसित और ट्रांसफोर्म देश बनाने का फैसला किया है."
उन्होंने कहा, "घरेलू रक्षा क्षमताओं का निर्माण इस विजन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है. डिफेंस टेक्नोलॉजी और इंडस्ट्री के क्षेत्र में जापान के साथ साझेदारी भारत के इस विजन को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी."
बैठक में एस जयशंकर भी हुए शामिल
जापान के रक्षा मंत्री मिनोरू किहारा और देश के विदेश मंत्री योको कामिकावा ने 2+2 विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक में हिस्सा लिया. भारत की ओर से राजनाथ सिंह के अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर भी इस बैठक में शामिल हुए.
जयशंकर ने कहा कि भारत और जापान के बीच सहयोग आज एक स्वतंत्र, ओपन और नियम-आधारित हिंद-प्रशांत के लार्जर कंटेक्स्ट में स्थापित है, उन्होंने कहा, "भारत के लिए, यह हमारी एक्ट ईस्ट नीति का स्वाभाविक परिणाम है. ईस्ट में हमारी गतिविधियों और हितों का अनुपात लगातार बढ़ रहा है."
पीएम मोदी ने की मुलाकात
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को जापान के रक्षा और विदेश मंत्रियों से मुलाकात की. पीएम मोदी ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने में भारत-जापान साझेदारी की भूमिका की पुष्टि की और कहा कि तीसरी भारत-जापान 2 + 2 विदेश और रक्षा मंत्रिस्तरीय बैठक से पहले जापानी विदेश मंत्री योको कामिकावा और रक्षा मंत्री मिनोरू किहारा से मिलकर प्रसन्नता हुई.
यह भी पढ़ें- मजबूत विपक्ष ने पीएम मोदी को यू-टर्न लेने पर मजबूर किया: कांग्रेस