बिहार

bihar

ETV Bharat / bharat

सुशील मोदी ही नहीं बल्कि इस मशहूर सिंगर का भी ब्लैडर कैंसर से हो चुका है निधन, जानें कितनी खतरनाक है यह बीमारी - Causes Of Sushil Modi Death - CAUSES OF SUSHIL MODI DEATH

What Is Bladder Cancer: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी का सोमवार की शाम निधन हो गया. सुशील मोदी ब्लैडर कैंसर जैसे घातक बीमारी से पीड़ित थे जिनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था. हाल में जनवरी माह में एक भारतीय सिंगर का भी इस बीमारी के कारण निधन हो चुका है. सवाल है कि क्या यह इतना घातक होता है जिससे इंसान की जान जा सकती है. इसके बारे में जानने के लिए ईटीवी भारत ने विशेषज्ञ से बातचीत की. पढ़ें पूरी खबर.

ब्लैडर कैंसर के सारण सुशील मोदी की गई जान
ब्लैडर कैंसर के सारण सुशील मोदी की गई जान (ETV Bharat GFX)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : May 14, 2024, 6:44 PM IST

पटना: बिहार के जाने माने नेता पूर्व डिप्टी सीएम का निधन ब्लैडर कैंसर के कारण हो गया. सुशील मोदी काफी समय से इस बीमारी से ग्रसित थे. इनका इलाज दिल्ली एम्स में चल रहा था लेकिन सोमवार की शाम 72 साल की उम्र में इनका निधन हो गया. सुशील मोदी ने इस बीमारी के बारे में बीते महीने जानकारी दी थी. उन्होंने सोशल मीडिया पर जानकारी दी थी कि कैंसर से पीड़ित होने के कारण वे लोकसभा चुनाव में भागीदारी नहीं निभा पाएंगे.

कितना खतरनाक होता है यह कैंसर? आखिर ये ब्लैडर कैंसर कितना खतरनाक होता है जिसके कारण इंसान की मौत हो जाती है. क्या इसका इलाज संभव नहीं है, इसके क्या लक्षण है? इन तमाम सवालों का जवाब जानने के लिए ईटीवी भारत की टीम ने बिहार के जाने माने कैंसर विशेषज्ञ दिवाकर तेजस्वी से बातचीत की. बातचीत में उन्होंने खास जानकारी दी. दिवाकर तेजस्वी ने सुशील मोदी के निधन पर दुख भी व्यक्त किया. उन्होंने बताया कि यह कैंसर कितना खतरनाक होता है?

"यह कैंसर मूत्र मार्ग के ऊपर और किडनी के नीचे होता है. हमारे शरीर में यूरिन किडनी से ही यूरिनरी ब्लैडर में आता है. ब्लैडर में कैंसर तब होता है जब मौजूद सेल्स तेजी से बढ़ने लगता है. आमतौर पर 45 से 50 की उम्र के बाद होता है. शुरुआत में पता नहीं चलना ज्यादा खतरनाक है. अधिकांश एडवांस स्टेज में पता चलता है जिस कारण इंसान की मौत हो जाती है."-दिवाकर तेजस्वी, कैंसर रोग विशेषज्ञ

क्या है इसका लक्षण? डॉ दिवाकर ने बताया कि बताया कि ब्लैडर कैंसर के कई लक्षण हैं. पेशाब में खून आना, पेशाब के दौरान दर्द और जलन, पेशाब बार-बार लगना इसका लक्षण है. ब्लैडर कैंसर हमारे शरीर में मूत्राशय के अंदर बनी कोशिकाओं से शुरू होता है और यहीं से धीरे धीरे शरीर के अन्य अंगों में फैल जाता है. अगर समय पर इसकी पहचान कर इलाज शुरू किया जाए तो खुछ हद तक इसे बढ़ने से रोका जा सकता है.

ब्लैडर कैंसर (ETV Bharat GFX)

मूत्राशय में बन जाता है ट्यूमरः डॉ दिवाकर ने बताया कि ब्लैडर हमारे शरीर का वह हिस्सा होता है जहां गुर्दों से दो नालियां उतरकर एक थैली में आती है. इस हिस्से में जो भी कैंसर होता है इसे हम ब्लैडर कैंसर कहते हैं. मूत्राशय में ट्यूमर बन जाती है और सही समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो मूत्राशय का कैंसर आपके मूत्राशय के दीवारों से पास करके शरीर के अन्य हिस्से जैसे फेफड़ा हड्डी तक फैल जाता है.

लक्षण को नहीं करें नजरअंदाजः डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि भले ही यूरिनरी ब्लैडर कैंसर के मामले शुरुआती दौर में पता नहीं चल पाता है लेकिन कुछ ऐसे लक्षण है जिसको नजर अंदाज नहीं करना चाहिए. पेशाब में जलन, पेशाब से खून आना, बार-बार पेशाब लगना, अगर इस तरह की समस्या है तो डॉक्टर से तुरंत दिखाना चाहिए. ब्लैडर कैंसर का पता यूरिन और ब्लड टेस्ट से किया जाता है. एंडोस्कोपी टेस्ट जिसे सिस्टोस्कॉपी कहते हैं जो दूरबीन की मदद से जांच की जाती है.

ब्लैडर कैंसर (ETV Bharat GFX)

क्या यह दोबारा भी हो सकता है? ब्लैडर कैंसर के इलाज के बारे में बताया कि लक्षण महसूस होने पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. खून और पेशाब जांच से बीमारी का पता लगाया जाता है. अगर बीमारी शुरुआती स्टेज में है तो ऑपरेशन और बायोलॉजिकल थेरेपी से इलाज किया जाता है. इससे कुछ हद तक बचा जा सकता है. यह दोबारा भी हो सकता है इसलिए समय समय पर जांच कराना जरूरी होता है.

0-4 स्टेज तक होता है यह कैंसरः ब्लैडर कैंसर की बात करें तो स्टेज 0 यानि शुरुआत में यह मूत्राशय की भीतरी परत में होता है. स्टेज 1 में मूत्राशय की परत के नीचे संयोजी ऊतक बढ़ जाता है. स्टेज 2 में मूत्राशय की दीवार की मांसपेशियों में बढ़ने लगता है. स्टेज 3 में मांसपेशियों के माध्यम से वसा की परत में विकसित होता है. महिलाओं में प्रोस्टेट, गर्भाशय या योनि तक फैल जाता है. स्टेज 4 में इंसान के पेट की दीवार, कूल्हों, हड्डियों, फेफड़ों तक फैल जाता है.

ब्लैडर कैंसर (ETV Bharat GFX)

सिंगर राशिद खान का भी हो चुका है निधनः 9 जनवरी 2024 को भारतीय सिंगर राशिद खान का भी निधन ब्लैडर कैंसर के कारण हो गया था. राशिद खान का जन्म 1 जुलाई 1968 को उत्तर प्रदेश के बदायु जिले में हुआ था. 2006 में भारत सरकार के द्वारा पद्म श्री, संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया. इसके साथ पद्म भूषणा से भी नवाजा गया. इन्होंने नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म मंटो, राज कुमार राव की फिल्म शादी में जरूर आना, हेट स्टोरी -2, इमरान हासमी की राज-3 आदि कई फिल्मों में गाना गाया है.

कौन थे सुशील मोदीःसुशील मोदी बिहार के जाने माने नेता माने जाते थे. इनका राजनीतिक करियर काफी लंबा रहा है. जेपी आंदोलन से राजनीति में आए सुशील मोदी फिर कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 1971 छात्र नेता से राजनीतिक जीवन की शुरुआत की. पटना विश्विद्यालय के छात्र संघ में महामंत्री रहे. इस दौरान लालू प्रसाद यादव अध्यक्ष और रविशंकर प्रसाद सचिव थे.

कई बड़े पदों पर रहे सुशील मोदीः सुशील मोदी 1990 में राजनीति में सक्रिय रूप से आए. पहली बार पटना मध्य विधानसभा से विधायक चुने गए थे. इसके बाद भाजपा पार्टी में कई पदों पर रहे. बिहार सरकार में डिप्टी सीएम और वित्त मंत्री रहे. बिहार में डिप्टी सीएम की सेवा देने के बाद सुशील मोदी को राज्यसभा भेजा गया था. इसी साल 2024 में इनका कार्यकाल समाप्त हो गया था. अपनी बीमारी के कारण लोकसभा चुनाव से दूरी बना ली थी. 13 मई 2024 की शाम दिल्ली में इनका निधन हो गया.

यह भी पढ़ेंः

ABOUT THE AUTHOR

...view details