हैदराबादः साइबर अपराधी ईमेल में सिर्फ़ एक अक्षर बदलकर लोगों को ठग रहे हैं. नकली आईडी बना रहे हैं जो लगभग वैध आईडी जैसी ही दिखती हैं. यहां तक कि अच्छी तरह से जानकारी रखने वाले पेशेवर भी इस धोखाधड़ी के शिकार हो रहे हैं. जब तक धोखाधड़ी का पता चलता है और रिपोर्ट की जाती है, तब तक वो एक बड़ी रकम गंवा चुके होते हैं. इन पैसों को वापस पाना एक चुनौती बन जाता है. पुलिस चेतावनी देती है कि ईमेल पर वित्तीय लेन-देन करते समय सतर्कता बहुत ज़रूरी है.
क्या है घटनाः हैदराबाद की एक कंपनी ने हाल ही में ऐसे ही एक घोटाले में 10 करोड़ रुपये गंवा दिए. कंपनी नियमित रूप से हांगकांग के एक सप्लायर से कच्चा माल आयात करती है, और सभी लेन-देन ईमेल के जरिए किए जाते हैं. सप्लायर की सामान्य ईमेल आईडी #o###@gmail.com थी. एक दिन कंपनी को एक ईमेल मिला जिसमें बताया गया था कि चल रहे ऑडिट की वजह से सप्लायर का बैंक अकाउंट बदल गया है. कंपनी ने बिना किसी संदेह के, पेमेंट को नए अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया.
'O' की जगह 'A' पढ़ना महंगी गलतीःएक सप्ताह बाद, असली सप्लायर ने संपर्क किया और लंबित भुगतान के बारे में पूछा. हैरान होकर हैदराबाद की कंपनी ने ट्रांसफर का विवरण दिया, लेकिन उसे पता चला कि सप्लायर ने कभी भी अकाउंट बदलने का अनुरोध नहीं किया था. जब कंपनी ने पुलिस से संपर्क किया, तो जांच से पता चला कि हैकर्स ने हांगकांग सप्लायर के ईमेल सर्वर में सेंध लगाई थी और उनके वित्तीय लेन-देन की निगरानी की थी. इसके बाद साइबर अपराधियों ने लगभग समान ईमेल आईडी बनाई- #a###@gmail.com ('o' की जगह 'a') और कंपनी को अपने खाते में पैसा ट्रांसफर करने के लिए कहा.