बाराबंकी: जिले में एक दो वर्षीय बच्चे को अकेला पाकर करीब 6 खूंखार कुत्तों ने हमला बोल दिया. बच्चे के शरीर को नोंचते हुए कुत्ते उसे झाड़ियों की तरफ खींच ले गए. बच्चे की चीख-पुकार पर पहुंचे पिता और उनके स्टाफ के लोगों ने किसी तरह कुत्तों से बच्चे को छुड़ाया. लेकिन, तब तक मासूम बेसुध हो चुका था. पूरा शरीर खून से लथपथ था. शरीर का कोई हिस्सा ऐसा नहीं था, जहां पर कुत्तों के नाखूनों के निशान न हों. आनन-फानन बच्चे को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया. लखनऊ के एक निजी अस्पताल में बच्चे का इलाज चल रहा है, जहां उसकी हालत गम्भीर बनी हुई है.
बता दें कि पुलिस लाइन परिसर में बने एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स थाने में कॉन्स्टेबल पद पर गौरव तिवारी तैनात है. पुलिस लाइन परिसर से बाहर थोड़ी दूर पर सीडीओ बंगले के करीब एक प्राइवेट कमरा लेकर गौरव तिवारी परिवार के साथ रहता है. शुक्रवार को गणतंत्र दिवस की परेड और झांकियां दिखाने वह अपने 2 साल के बेटे अथर्व को लेकर पुलिस लाइन आया था. प्रोग्राम खत्म होने के बाद वह बेटे को लेकर स्टाफ के साथ अपने थाने चला गया. थाने में 12 बजे के करीब वह कुछ काम निपटाने लगा.
उसी बीच अथर्व खेलता हुआ थाने के कमरे से बाहर आ गया. खेलते-खेलते वह थाने की साइड में चला गया. इसी दौरान 6-7 कुत्ते बच्चे को अकेला पाकर उसके ऊपर टूट पड़े और उसे झाड़ियों तक खींच ले गए. थोड़ी देर बाद जब गौरव को बेटे की याद आई तो उन्होंने उसे खोजना शुरू किया. गौरव के साथ स्टाफ के लोग भी उसे खोजने लगे. अचानक एक सिपाही की नजर कुछ कपड़ों पर पड़ी तो वह चीखा. उसकी चीख सुनकर गौरव और उनके स्टाफ के लोग भागकर झाड़ियों तक पहुंचे. वहां का नजारा देखकर सभी का दिल दहल गया. 6-7 कुत्ते अथर्व को बुरी तरह नोच रहे थे.