बेंगलुरु: कर्नाटक के बेंगलुरु से एक दिलचस्प खबर सामने आई है, जहां एक परिवार ने 4 लाख रुपये की कीमत वाली 60 ग्राम सोने की चेन से सजी गणेश प्रतिमा को मोबाइल टैंक में गलती से विसर्जित कर दिया. हालांकि, गनीमत यह रही कि रातभर खोजबीन के बाद उन्हें वह मूर्ति वापस मिल गई.
टाइम्स ऑफ इंडियाके मुताबिक मूर्ति खोजने में लगभग 10 घंटे समय लगा और फिर चेन बरामद की गई. रिपोर्ट के अनुसार इस खोजबीन में करीब 10,000 लीटर पानी पंप करके निकाला गया और मोटी मिट्टी के ढेर में खोजबीन की गई, इस दौरान मोबाइल टैंक में विसर्जित की गई करीब 300 मूर्तियां घुल गई थीं.
60 ग्राम सोने की चेन सजाई थी मूर्ती
रिपोर्ट के अनुसार बेंगलुरु के गोविंदराजनगर में रहने वाले टीचर रमैया और उमादेवी ने त्योहार के लिए अपने घर पर गणेश प्रतिमा रखी थी. पूजा के दौरान, उन्होंने मूर्ति को 60 ग्राम सोने की चेन से सजाया और बाद में इसे एक मोबाइल टैंक में विसर्जित कर दिया. वापस लौटते समय, दंपत्ति को एहसास हुआ कि उन्होंने मूर्ति को विसर्जित करते समय उससे चेन नहीं निकाली.
वे मोबाइल टैंक पर वापस पहुंचे और अधिकारियों को सोने की चेन के बारे में बताया. पब्लिकेशन से बात करते हुए उमादेवी ने बताया, "टैंक पर मौजूद लड़कों ने बताया कि उन्होंने विसर्जन के दौरान एक चेन देखी थी, लेकिन उन्हें लगा कि यह नकली चेन है. इसके बाद उन्होंने इसे खोजना शुरू किया, लेकिन वे इसे नहीं ढूंढ पाए, क्योंकि विसर्जित की गई मूर्तियों से बहुत अधिक मिट्टी घुल गई थी."