नई दिल्ली: रेलवे कुली, जो यात्रियों को एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर भारी सामान ले जाने में मदद करते हैं, वे अपने जीवनयापन के लिए बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. ईटीवी भारत को अपनी पीड़ा बताते हुए अखिल भारतीय रेलवे कुली संगठन के अखिल भारतीय अध्यक्ष राम मंगत सैनी ने कहा कि देश भर के कली अपने लिए उचित शौचालय, चिकित्सा उपचार और वर्दी जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई मांग पूरी नहीं हुई है. सुबह से देर रात तक भारी सामान ढोने के बाद हमें स्टेशनों पर दयनीय स्थिति का सामना करना पड़ता है.
सैनी ने कहा कि हमने पहले ही संबंधित अधिकारियों और रेल मंत्रालय को पत्र लिखा है, लेकिन कोई भी हमारी आवाज सुनने को तैयार नहीं है. एक अन्य कुली शाहरुख खान ने कहा कि रेल मंत्री (अश्विनी वैष्णव) कल नई दिल्ली रेलवे स्टेशन आए और यहां कई लोगों से बातचीत की. हमने उन्हें अपनी समस्याओं और मांगों के बारे में बताया. देखते हैं कि भविष्य में इन बड़े-बड़े वादों पर क्या होता है.
कुलियों ने कहा कि 22,000 से अधिक नियमित कुली हैं और लगभग 10,000 कुली अभी भी स्थानांतरित होने का इंतजार कर रहे हैं. ये कुली रेलवे पास सहित सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, जिससे कुलियों के बच्चों को सालाना दो बार मुफ्त यात्रा करने की अनुमति मिलती है, रेलवे अस्पतालों में स्वास्थ्य सुविधाएं, विश्राम गृह, साल में दो बार वर्दी का समय पर प्रावधान और रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी के दौरान किसी कुली की मृत्यु होने पर 15-20 लाख रुपये का बीमा कवर मिलता है.