श्रीनगर: कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस-कांग्रेस गठबंधन के खिलाफ बगावती तेवर दिखाने वाले नेताओं को चेतावनी दी है. पार्टी ने अपने उन नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया है, जिन्होंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करके केंद्र शासित प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने के पार्टी के फैसले के खिलाफ बगावत की थी. यह गठबंधन कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, एनसी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने मिलकर बनाया था, जबकि सीट बंटवारे की व्यवस्था दोनों दलों के नेताओं ने बातचीत करके तय की थी।
कांग्रेस ने बगावत करने वाले नेताओं को दी चेतावनी
यह गठबंधन पार्टी के उन नेताओं और कार्यकर्ताओं को पसंद नहीं आया, जो पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे, जिसके चलते उन्हें बगावत करनी पड़ी और वे निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ने को मजबूर हुए. कांग्रेस के कम से कम एक दर्जन नेता कश्मीर घाटी में एनसी-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवारों के खिलाफ निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं.
कौन कहां से लड़ रहा चुनाव
श्रीनगर में जिला अध्यक्ष इम्तियाज खान, महासचिव वसीम शल्ला, पूर्व एसएमसी पार्षद आसिफ बेग, डीडीसी खोमोह (श्रीनगर बाहरी क्षेत्र) मंजूर अहमद और कांग्रेस सदस्य इरफान शाह सहित पांच कांग्रेस नेता श्रीनगर जिले की विभिन्न सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. बांदीपुरा जिले में कांग्रेस सदस्य पूर्व प्रोफेसर इस्माइल खान अशाना कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं, जबकि अनंतनाग पश्चिम में पार्टी के युवा नेता आसिफ अहमद पूर्व पीसीसी अध्यक्ष और मंत्री पीरजादा सईद के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं.
जेकेपीसीसी ने निया कड़ा संज्ञान
जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने बयान में कहा, "जेकेपीसीसी ने विभिन्न पार्टी नेताओं द्वारा गठबंधन की भावना के खिलाफ विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल करने पर कड़ा संज्ञान लिया है." इसमें कहा गया, "पार्टी ने इन नेताओं से तीन दिन के भीतर स्पष्टीकरण मांगा है, ऐसा न करने पर उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी."