नई दिल्लीः कांग्रेस पार्टी के नये राष्ट्रीय कार्यालय इंदिरा भवन का 15 जनवरी को नई दिल्ली में उद्घाटन हुआ. पार्टी के नेता अब अपने खोये हुए गौरव को हासिल करने की तैयारी में हैं. पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के साथ ही पार्टी ने उत्तर प्रदेश में बूथ लेवल तक मजबूत टीम बनाने की तैयारी कर रही है. कांग्रेस ने संकेत दिया है कि वह इस बार यूपी में विधानसभा और पंचायत चुनाव में पूरी ताकत से उतरेगी. अगले 100 दिनों में बूथ स्तर की टीमें बनाई जानी है.
तीन दशक से हाशिये पर है पार्टीः पिछले तीन दशकों में संगठनात्मक मजबूती एक चुनौती रही है, जिसके दौरान पार्टी हाशिये पर चली गई. दलित, मुस्लिम और ओबीसी जैसे अपने पारंपरिक वोट बैंक को बसपा और सपा जैसी क्षेत्रीय पार्टियों और उच्च जातियों को राष्ट्रीय प्रतिद्वंद्वी भाजपा के हाथों खो दिया. राज्य इकाई का पुनर्गठन 5 दिसंबर, 2024 को कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा सभी स्थानीय टीमों को बर्खास्त करने के बाद हुआ है.
स्थानीय समितियों का गठनः अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के उत्तर प्रदेश प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि राज्य में बूथ स्तर तक पांच स्तरीय संगठन बनाने जा रहे हैं, जहां अगले 100 दिनों में स्थानीय समितियों का गठन किया जाएगा. पार्टी के पुनरुद्धार की राह पर आगे बढ़ते हुए राज्य इकाई ने सक्रिय दिग्गजों और पूर्व राज्य इकाई प्रमुखों को महत्वपूर्ण परामर्श में शामिल करने का ध्यान रखा. पार्टी को फिर से कैसे तैयार किया जाए, इस पर 6 हजार से अधिक वरिष्ठ नेताओं के साथ परामर्श किये गये.
पांडे ने कहा, "हमारे कमजोर संगठन के लिए हमारी आलोचना की गई है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि कार्यकर्ताओं के 6000 से अधिक सक्रिय कार्यकर्ताओं ने चर्चा में भाग लिया और अपने बहुमूल्य सुझाव दिए. साथ ही, बड़ी संख्या में लोग पार्टी में नई भूमिका निभाने के लिए आगे आए हैं." उन्होंने कहा, "हमने सलमान खुर्शीद, राज बब्बर, निर्मल खत्री और बृजलाल खबरी जैसे चार पूर्व राज्य इकाई प्रमुखों को आमंत्रित किया, जिन्होंने पार्टी के पुनरुद्धार पर अपने अनुभव साझा किए."