नई दिल्ली: कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी को तेलंगाना से राज्यसभा में भेज सकती है. कांग्रेस कार्य समिति के सदस्य और अनुभवी वकील सिंघवी संसद के ऊपरी सदन में तीन कार्यकाल पूरा कर चुके हैं. बीते अप्रैल में कांग्रेस ने हिमाचल प्रदेश से राज्यसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया था, लेकिन कांग्रेस के छह विधायकों के बगावत करने से वह हार गए. भाजपा के हर्ष महाजन राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे. हार के बाद राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस की खूब किरकिरी हुई थी.
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस हाईकमान अभी भी सिंघवी को राज्यसभा भेजने के पक्ष में है और उन्हें दक्षिणी राज्य तेलंगाना से उच्च सदन में लाने पर विचार चल रहा है. तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने हाल ही में बीआरएस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य केशव राव को कांग्रेस में शामिल कराया है. कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सीएम रेवंत, उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क और राज्य की प्रभारी दीपा दासमुंशी ने केशव राव का पार्टी में स्वागत किया था.
कांग्रेस में शामिल होने के तुरंत बाद केशव राव ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया, जिससे उच्च सदन में एक सीट खाली हो गई. कांग्रेस अब इस खाली हुई सीट से अभिषेक सिंघवी को राज्यसभा में भेज सकती है. इसके बदले में, केशव राव को तेलंगाना सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा देकर लोक प्रशासन का सलाहकार बनाया गया है. दिग्गज नेता केशव राव 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग तेलंगाना राज्य के गठन से पहले कांग्रेस में थे.
तेलंगाना कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मधु गौड़ यास्की ने ईटीवी भारत को बताया कि राज्यसभा के लिए नामित करने का फैसला हाईकमान करेगा, लेकिन मैं यह कह सकता हूं कि अभिषेक मनु सिंघवी सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह पार्टी के लिए संपत्ति की तरह हैं. वह पार्टी के मजबूत प्रवक्ता हैं.