कोयला घोटाला मामला: सूर्यकांत तिवारी और समीर बिश्नोई को 18 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल - Coal scam case
छत्तीसगढ़ कोयला घोटाला केस में सूर्यकांत तिवारी और निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. कोर्ट ने एक बार फिर दोनों को झटका देते हुए 18 जून तक रिमांड पर भेज दिया है.
By ETV Bharat Chhattisgarh Team
Published : Jun 12, 2024, 10:49 PM IST
रायपुर:कोल स्कैम केस में ईओडब्ल्यू की 2 दिनों की रिमांड पूरी होने के बाद बुधवार को कोयला घोटाला मामले में आरोपी सूर्यकांत तिवारी और निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई को रायपुर के कोर्ट में पेश किया गया. दोनों पक्षों की दलील को सुनने के बाद स्पेशल कोर्ट ने 18 जून तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. 18 जून को दोनों आरोपी सूर्यकांत तिवारी और समीर बिश्नोई फिर से कोर्ट में पेश होंगे.
कोर्ट ने सूर्यकांत तिवारी और निलंबित आईएएस समीर बिश्नोई को भेजा रिमांड पर:छत्तीसगढ़ में 540 करोड़ का कथित कोयला घोटाला हुआ है. कोयला घोटाले मामले में सभी आरोपी लगभग डेढ़ साल से जेल में बंद हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने कोयला घोटाला मामले में 11 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसमें कारोबारी सुनील अग्रवाल को जमानत मिली है. जानकारी के मुताबिक ईओडब्ल्यू उसे भी गिरफ्तार करने वाली है. EOW का आरोप है कि पूर्ववर्ती सरकार में प्रभावशाली लोगों से मिलकर अवैध रूप से कोयले का परिवहन किया था.
कथित कोल घोटाला केस: पूर्व में EOW ने स्पेशल कोर्ट में आवेदन पेश किया था. आवेदन मेंं यह कहा गया था कि सौम्या चौरसिया को सूर्यकांत तिवारी के रिश्तेदार मनीष उपाध्याय और जय नामक व्यक्ति के जरिए 36 करोड़ रुपए पहुंचाए गए थे. यह पैसा अवैध रूप से लेवी के जरिए आया था. निलंबित आईएएस रानू साहू ने कोयला घोटाला मामले में कारोबारी सूर्यकांत तिवारी और उनके साथियों के द्वारा ट्रांसपोर्टरों से अवैध वसूली करने में मदद की थी. मदद के बदले में मिलने वाले पैसे से निलंबित आईएएस रानू साहू ने अपने भाई पीयूष साहू और अन्य रिश्तेदारों के नाम से कई चल और अचल संपत्तियां खरीदी.