नई दिल्ली: राज्यसभा सांसद और दिल्ली महिला आयोग की पूर्व चेयरपर्सन स्वाति मालिवान ओल्ड राजेंद्र नगर में हुए दर्दनाक हादसे पर लगातार अपनी प्रतिक्रिया दे रही हैं. सोमवार को उन्होंने ने राज् सभा में इस मुद्दे पर चर्चा के लिए नोटिस दिया है. इस पर सहमति जताते हुए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि कोचिंग अब "व्यापार" बन चुका है.
उन्होंने कहा, "जब भी हम अखबार पढ़ते हैं तो उसमें एक या दो पन्ने विज्ञापनों के रूप में होते हैं. ऐसे देश में जहां अवसर बढ़ रहे हैं, यह साइलो एक समस्या बन रहा है. मैं नियम 176 के तहत अल्पकालिक चर्चा या नियम 180 के तहत ध्यानाकर्षण प्रस्ताव रखना उचित समझता हूं. इसके लिए मैं अपने कक्ष में शून्यकाल शुरू होने से ठीक पहले पार्टियों के नेताओं से विचार-विमर्श करूंगा. धनखड़ इस मुद्दे पर सभी संसदीय दलों के नेताओं के साथ कक्ष में बैठक भी करेंगे.
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने नियम 267 के तहत इस मामले पर चर्चा करने पर सहमति जताई. लेकिन विपक्ष और कांग्रेस ने नियम 267 के तहत इस मामले पर चर्चा करने से असहमति जताई. बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने चर्चा की शुरुआत करते हुए AAP और दिल्ली सरकार को घेरा. साथ ही इसे आपराधिक लापरवाही बताया. इस पर AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने त्रिवेदी के एक-एक आरोप के जवाब में केजरीवाल की अगुवाई वाली सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. उन्होंने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि सौरभ भारद्वाज और आतिशी ने अधिकारियों के साथ मीटिंग कर नाले की सफाई कराने के लिए कहा था. मीटिंग का वीडियो भी मैं सदन में रखूंगा, आप इसकी जांच कराइए. सिंह ने कहा कि उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए जिन्होंने मंत्रियों के कहने पर भी कार्रवाई नहीं की.
स्वाति मालीवाल ने अपने X अकाउंट पर लिखा है कि "मैंने आज नियम 267 के तहत राज्य सभा की कार्यवाही स्थगित करने के लिए नोटिस दाखिल किया है, ताकि राष्ट्र के समक्ष महत्वपूर्ण मुद्दे - पटेल नगर और राजेंद्र नगर में मारे गए 4 यूपीएससी अभ्यर्थियों के लिए न्याय और मुआवजा पर चर्चा हो सके. उन्होंने आगे लिखा है कि "छात्रों की आवाज अनसुनी नहीं की जाएगी."