अमरावती:आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि पिछले शासकों की लापरवाही और अनियमितताएं अभिशाप बन गई हैं और अगर समय पर काम पूरा कर लिया होता तो कोई समस्या नहीं होती.
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीएम नायडू ने कहा, "बुदमेरु में दरार के कारण सात दिनों से अधिक समय तक जनता पर बुरा असर पड़ा. यह पहली बार है कि तेलुगु राज्यों में भारी बारिश के कारण कृष्णा नदी का जल प्रवाह बढ़कर 11.3 लाख क्यूसेक से अधिक हो गया."
यह उल्लंघन पिछली सरकार द्वारा रख-रखाव की कमी और बुडामेरु पर बढ़ते अतिक्रमण के कारण हुआ. सत्ता संभालने के 100 दिनों के भीतर, यह बड़ी आपदा सामने आई. स्थिति को नियंत्रण में लाने में 10 दिन लगे. अगर जगन जैसा कोई व्यक्ति सत्ता में होता, तो इसमें छह महीने लग जाते." इस दौरान उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि पिछली सरकार ने पंचायत राज विभाग से धन का दुरुपयोग किया और प्राकृतिक आपदा निधि का लेखा-जोखा देने में विफल रही.
केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता का अनुरोध
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि वह केंद्र सरकार से वित्तीय सहायता का अनुरोध करने के लिए पत्र लिख रहे हैं. उन्होंने कहा, "स्थिति में तत्काल हस्तक्षेप की आवश्यकता है और इन बाढ़ों के कारण होने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए पर्याप्त समर्थन की आवश्यकता है. बुडामेरु में दरारों को बंद करने के हमारे प्रयासों को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली है."