जशपुर में सीएम विष्णुदेव साय का न्योता भोज, बगिया के स्कूल में बच्चों के साथ किया भोजन
Nyota Bhojan Scheme on CM Sai birthday: जशपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपने जन्मदिन के मौके पर न्योता भोज दिया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने बगिया के एक सरकारी स्कूल में छात्रों के साथ जमीन पर बैठक भोजन ग्रहण किया.
सीएम साय ने अपने जन्मदिन पर शुरू की न्योता भोजन स्कीम
जशपुर: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का आज जन्मदिन है. इस मौके पर सीएम साय ने न्योता भोज दिया है. सीएम ने अपने जन्मदिन के मौके पर जिले के बगिया में बालक आश्रम शाला के बच्चों को न्योता भोज दिया. इस दौरान सीएम साय ने बच्चों के साथ बैठकर भोजन किया. खाते समय सीएम साय ने अपनी थाली से बच्चे की थाली में मिठाई भी बांटा. इस दौरान सीएम साय ने बच्चों को मन लगाकर पढ़ने की नसीहत दी. बच्चे भी काफी उत्साहित नजर आए.
सीएम ने बालक आश्रम में मनाया अपना जन्मदिन: सीएम साय के जन्मदिन के मौके पर सत्यनारायण भगवान की कथा भी कही गई. सीएम ने अपनी पत्नी के साथ खास पूजा-अर्चना की. इसके बाद वे अपने निवास बगिया पहुंचे. सीएम साय ने बगिया के बालक आश्रम में अपना जन्मदिन मनाया. इस दौरान बच्चों ने मुख्यमंत्री साय को कविता के माध्यम से जन्मदिन की बधाई दी. मुख्यमंत्री साय ने बच्चों के साथ केक काटकर जन्मदिन मनाया. उन्होंने बच्चों को केक खिलाया और उन्हें क्रिकेट किट, बैडमिंटन, वॉलीबाल जैसी खेल सामग्री उपहार में दी. इस मौके पर पद्मश्री जागेश्वर यादव भी मौजूद रहे.
न्योता भोजन की शुरुआत: इस दौरान सीएम साय ने कहा कि, साठ साल पूरे होने पर सभी का आशीर्वाद मुझे मिला है. राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित देशभर के लोगों की शुभकामनाएं मिली है. उन्होंने बताया कि आज के दिन सालों से घर पर परम्परा चली आ रही है कि इस दिन सत्यनारायण जी की कथा सुनते हैं, जिसमे परिवार सहित गांव के लोग भी शामिल होते हैं. आज प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से शुरू की गई प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना को सामुदायिक सहयोग से और अधिक पोषक बनाने की पहल की गई है. इसी के तहत आज अपना जन्मदिन मनाने बगिया बालक आश्रम शाला के बच्चों के बीच पहुंचा हूं. न्योता भोज में आपके साथ बैठकर भोजन का आनंद लिया."
सीएम साय ने की अपील:इस दौरान सीएम ने अपील की कि कोई भी अपना जन्मदिन, वर्षगांठ जैसे खास मौके पर अपने पास के स्कूल, आश्रम, छात्रावास में जाकर बच्चों के साथ न्योता भोज में शामिल हों. इससे समुदाय में अपनेपन की भावना का विकास होगा. साथ ही भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि होगी. वहीं, बच्चों ने भी सीएम को न्योता भोज के लिए धन्यवाद दिया.
जानिए क्या है न्योता भोजन
जानिए क्या है न्योता भोजन:दरअसल, छत्तीसगढ़ के स्कूलों में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना के तहत दिए जाने वाले खाने को सामुदायिक भागीदारी के जरिए और भी पोषक बनाने की पहल शुरू की गई है. यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है. कोई भी व्यक्ति या समुदाय के लोग अथवा सामाजिक संगठन किसी भी खास मौके पर सरकारी स्कूलों में भोज का आयोजन कर सकते हैं. इसके अलावा खाद्य सामग्री का भी योगदान कर सकता है. वहीं, ये न्योता भोजन स्कूल में दिए जाने वाले मिड डे मील का विकल्प नहीं होगा. मिड डे मील के अलावा ये न्यौता भोजन होगा.