चेन्नई: तमिलनाडु के 7 मछुआरे अवैध तरीके से समुद्री सीमा में घुसकर मछली पकड़ने के आरोप में पाकिस्तान की जेल में बंद हैं. खबर के मुताबिक, दिसंबर 2023 में गुजरात के एक मछली पकड़ने वाले बंदरगाह से तमिलनाडु के ये मछुआरे समुद्र में मछली पकड़ने गए थे. उनके परिवार को जानकारी मिली है कि उन्हें 28 दिसंबर को सीमा पार मछली पकड़ने के लिए पाकिस्तानी नौसेना ने गिरफ्तार कर लिया और जेल में डाल दिया.
बताया जा रहा है कि, पाकिस्तानी नौसेना द्वारा गिरफ्तार किए गए मछुआरों के परिवारों ने उन्हें छुड़ाने के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन अभी तक उस पर किसी ने कोई सुध नहीं ली है और न ही कोई कार्रवाई हुई है. इस स्थिति में, ऑल फिशरमेन एसोसिएशन के अध्यक्ष नंजिल रवि ने एक याचिका दी है, जिसमें अनुरोध किया गया है कि, केंद्र और राज्य सरकारें पाकिस्तान की जेलों में बंद मछुआरों को छुड़ाने के लिए कदम उठाएं.
पाकिस्तान की जेल में बंद मछुआरे अशोक की पत्नी जमुना ने ईटीवी भारत से कहा कि, उनके पति बच्चे के जन्म के 15वें दिन मछली पकड़ने के लिए समुद्र में चले गए थे. उसके बाद से पिछले 11 महीनों से उनके (अशोकन) बारे में कोई जानकारी नहीं है. पत्नी ने बताया कि,ऐसी स्थिति में उनकी घर की माली हालत काफी खराब हो गई है. उनके पास बच्चों के लिए दूध खरीदने के लिए भी पैसे नहीं हैं. उन्होंने कहा कि, उनकी सास भी बीमार रहती हैं, इस वजह से वह अपने पति और परिवार को बचाने के लिए संघर्ष कर रही हैं.
वहीं, पाकिस्तान की जेल में बंद अरुलदास की पत्नी धनबक्याम ने कहा कि, जब उन्हें जानकारी मिली कि उनके पति जेल में हैं, तो वे पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई. साथ ही उन्होंने थाने में पति को छुड़ाने की गुहार भी लगाई. साथ ही उन्होंने चेन्नई में गैर निवासी तमिलों के पुनर्वास और कल्याण के आयुक्त के पास जाकर भी इसकी शिकायत दर्ज कराई. इसके कारण, हम एझिलाकम गए और अपने पति को छुड़ाने के लिए कार्रवाई करने के लिए वहां शिकायत दर्ज कराई. उन्होंने कहा कि शिकायत दर्ज करने के 3 महीने बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा कि, मत्स्य विभाग सहित सभी स्थानों पर शिकायत दर्ज कराने के बावजूद उनके पति को बचाने के लिए कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई.