नई दिल्ली: सीबीआई की ओर से एक युवक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए जाने की संभावना है, जिसने कथित तौर पर टेलीग्राम पर यूजीसी-नेट पेपर का 'छेड़छाड़' किया हुआ स्क्रीनशॉट प्रसारित किया था. अधिकारियों ने कहा कि इसी स्क्रीनशॉट के कारण केंद्रीय गृह मंत्रालय से संभावित 'उल्लंघन' के बारे में अलर्ट मिलने के बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को इस प्रकरण में कोई बड़े पैमाने पर साजिश नहीं मिली है. वह आरोप पत्र को धोखाधड़ी या धोखाधड़ी के प्रयास के अपराधों तक सीमित रखेगी. अधिकारियों ने कहा कि कथित यूजीसी-नेट पेपर लीक में केंद्रीय एजेंसी की जांच में पाया गया था कि 18 जून की परीक्षा के लिए 'लीक' हुए प्रश्नपत्र के स्क्रीनशॉट को एक स्कूली छात्र द्वारा 'छेड़छाड़' किया गया था.
उन्होंने कहा कि सीबीआई ने अनौपचारिक रूप से सरकार को अपने निष्कर्षों से अवगत करा दिया है और युवक के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए जाने की संभावना है. इस परीक्षा के लिए 11 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जो जूनियर रिसर्च फेलोशिप, सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति और भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पीएचडी में प्रवेश के लिए पात्रता निर्धारित करती है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (I4C) की राष्ट्रीय साइबर अपराध खतरा विश्लेषण इकाई से अलर्ट मिलने के बाद 19 जून को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने परीक्षा रद्द कर दी थी.