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लोकसभा चुनाव में हार को लेकर मायावती करेंगी समीक्षा बैठक, बसपा की ओवरहालिंग करने की तैयारी - BSP Review Meeting in Lucknow

हार का कारण जानने को लेकर की जा रही समीक्षा बैठक में पूरे देश से बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों को बुलाया गया है. यह बैठक लखनऊ में बसपा प्रदेश दफ्तर में 23 जून को होगी.

BSP President Mayawati will hold review meeting over Lok Sabha elections 2024 defeat UP Politics News
BSP President Mayawati will hold review meeting over Lok Sabha elections 2024 defeat UP Politics News (BSP President Mayawati will hold review meeting over Lok Sabha elections 2024 defeat UP Politics News)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 22, 2024, 3:53 PM IST

लखनऊः लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बसपा अध्यक्ष मायावती ने संगठन की समीक्षा और पार्टी के हार का कारण का पता लगाने के लिए रविवार 23 जून को प्रदेश दफ्तर में सभी पदाधिकारी की बैठक बुलाई है. बैठक में उत्तर प्रदेश सहित बीएसपी ऑल इंडिया लेवल के सभी वरिष्ठ एवं विभिन्न राज्यों के प्रमुख पदाधिकारियों को बुलाया गया है.

बसपा सुप्रीमो मायवती करेंगी समीक्षा बैठक (फोटो क्रेडिट- बहुजन समाज पार्टी)

इस बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती 18वीं लोकसभा के चुनाव परिणाम की समीक्षा करने के साथ ही भविष्य की तैयारी को लेकर जरूरी दिशा निर्देश पदाधिकारियों को देगी.लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का प्रदर्शन उम्मीद के अनुसार नहीं रहा. पार्टी का प्रदर्शन 2019 के मुकाबले बहुत ही खराब रहा. वहीं पार्टी 2014 की तरह 2024 में भी लोकसभा में अपना खाता नहीं खोल पायी. लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी का वोट बैंक काफी कम हो गया.

बसपा अब जाटव समाज का अपना मूल जन आधार भी एक तरह से खोती नजर आ रही है. मायावती का वोट बैंक अब खिसक कर 8 फ़ीसदी के आसपास ही रह गया है. इस बार उनके अपने मूल वोटरों में से एक तिहाई से ज्यादा में सेंध लग गई है. सिर्फ मूल जाटव वोटर ही नहीं, बल्कि गैर जाटव दलित वोटरों में भी बसपा अध्यक्ष का जो जनाधार था, अब वह भी खिसक गया है.

इस लोकसभा चुनाव में बसपा 2019 में जीती अपनी 10 सीटों पर या तो तीसरे नंबर पर या चौथे नंबर पर रही है. बीएसपी कहीं भी दूसरे नंबर पर नहीं आ पाई है. बसपा सुप्रीमो के लिए अब आगे की राह बहुत मुश्किल होती जा रही है. कांग्रेस और समाजवादी पार्टी की तरफ से बसपा के वोट में लगातार सेंध लगायी जा रही है. मायावती की एकला चलो की रणनीति और बीजेपी की बी टीम का लेबल बीएसपी के लिए मुसीबत खड़ा कर रहा है.
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