रांचीः जिला पुलिस के द्वारा अफीम तस्करी की रूट को चिन्हित कर उसकी नाकेबंदी की गई, अफीम तस्करों के मंसूबे पर पुलिस का वार कामयाब साबित हो रहा है. सेटेलाइट इमेज से अफीम की खेती वाले इलाकों से निकलने वाले रास्तों की नाकेबंदी पुलिस के द्वारा की गई है. जिसके बाद लगातार अफीम भी बरामद हो रहा है और नशे के तस्कर भी गिरफ्तार हो रहे हैं.
रांची और खूंटी से करोड़ों की अफीम निकालने की जुगत में तस्कर
रांची के ग्रामीण थाना क्षेत्र और लगभग पूरे खूंटी जिला में हर वर्ष की भांति इस बार भी सैकड़ों एकड़ निजी और वन भूमि पर अफीम की फसल तैयार की गई है. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के द्वारा पुलिस को जो सेटेलाइट इमेज उपलब्ध करवाया गया है, उसमें खूंटी और रांची में हुई अफीम प्लांटेशन की स्पष्ट तस्वीरें सामने आई हैं. सैटेलाइट इमेज मिलने के बाद एक तरफ तो अफीम की फसल को नष्ट किया जा रहा है. जो अफीम तस्करों के द्वारा खेतों से हटाकर कहीं और जमा किया है, उसकी तलाश में भी सीआईडी से लेकर जिला पुलिस तक लगी हुई है.
झारखंड सीआईडी के डीजी अनुराग गुप्ता ने बताया कि अफीम के खिलाफ लड़ाई में विभिन्न एजेंसियों का सहयोग मिल रहा है. सीआईडी डीजी के अनुसार हमें सैटेलाइट इमेज बेहद साफ मिल रहा है. जिसका फायदा हमें अफीम की फसल को नष्ट करने में मिल रहा है.
"हमें विभिन्न एजेंसी की मदद मिल रही है. सैटेलाइट इमेज हमें प्राप्त हो रहा है. जिसके माध्यम से हम लोग पता लगा रहे हैं कि कहां अफीम की खेती हो रही है. उसको हम नष्ट कर रहे हैं". -अनुराग गुप्ता, डीजी, झारखंड सीआईडी.
तस्करी रूट की नाकेबंदी
अफीम के तस्करों के द्वारा खूंटी और रांची के ग्रामीण इलाकों में सैकड़ों एकड़ में अफीम की फसल उगाई गयी थी. जिसे अब लोकल तस्कर राजस्थान, पंजाब और उत्तर प्रदेश के तस्करों की मदद से राज्य से बाहर निकालने की तैयारी में हैं. पुलिस को सैटेलाइट इमेज के जरिए यह पता चल चुका है कि अफीम की खेती किन किन इलाकों में की गई है, साथ ही यह तय है कि अफीम को जंगल से बाहर निकालने के लिए तस्करों को राजधानी रांची के किसी न किसी हाइवे का इस्तेमाल करना होगा.
ऐसे में रांची एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के द्वारा खूंटी से निकलने वाले तमाम हाइवे और कनेक्टिंग सड़कों की नाकेबंदी कर दी गई है. इन नाकों पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है जो बिना चेकिंग के किसी वाहन को गुजरने नहीं दे रहे हैं.
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि रांची पुलिस का सामना दो तरह के तस्करों से हो रहा है. पहले नंबर पर वो तस्कर हैं जो शहर के भीतर ब्राउन शुगर, चरस, गांजा और अफीम की सप्लाई करते हैं. वहीं दूसरे नंबर पर अंतरराज्य अफीम तस्कर हैं जो भारत के विभिन्न राज्यों में रांची होते हुए अफीम लेकर जाते हैं. एसएसपी के अनुसार शहर में तो कार्रवाई चल ही रही है लेकिन उनका सबसे ज्यादा ध्यान हाईवे पर है.