श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू होने जा रहा है. सत्र शुरू होने से एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधानमंडल दल ने रविवार को सुनील शर्मा को विधानसभा में विपक्ष का नेता (LOP) चुना, जबकि सिख नेता और जम्मू-दक्षिण से विधायक डॉ नरिंदर सिंह को पार्टी ने उपसभापति पद के लिए उम्मीदवार चुना. शर्मा किश्तवाड़ जिले के पड्डर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक हैं और वह जम्मू-कश्मीर के लिए पार्टी के महासचिव भी हैं.
भाजपा विधायक दल की बैठक आज श्रीनगर में हुई, जिसकी अध्यक्षता रेन्युएबल एनर्जी मिनिस्टर प्रहलाद जोशी ने की. इसके अलावा बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ भी शामिल हुए, जो पार्टी के जम्मू कश्मीर और लद्दाख मामलों के प्रभारी हैं और इस सत्र के लिए वह राष्ट्रीय पर्यवेक्षक भी हैं. बैठक में जम्मू कश्मीर में पार्टी की रणनीतिक दिशा पर प्रकाश डाला गया.
सुनील शर्मा को चुना नेता विपक्ष
भाजपा प्रवक्ता ने बताया कि बैठक में भाजपा यूटी अध्यक्ष सत शर्मा, सांसद जुगल किशोर शर्मा, पूर्व उपमुख्यमंत्री कविंदर गुप्ता, पूर्व भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना सहित 28 भाजपा विधायक मौजूद थे. प्रह्लाद जोशी ने बताया कि विधायक दल के सदस्यों ने सर्वसम्मति से सुनील शर्मा को जम्मू-कश्मीर विधानसभा के लिए विपक्ष का नेता चुना है.
जोशी ने आगे कहा, "हम रचनात्मक विपक्ष बनने, जनता के मुद्दों को संबोधित करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विकसित भारत के विजन में योगदान देने के लिए प्रतिबद्ध हैं."
'लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करेंगे'
विधानसभा में विपक्ष का नेता चुने जाने के लिए अपनी पार्टी के नेताओं और विधायकों को धन्यवाद देते हुए शर्मा ने कहा कि वह विधानसभा में जम्मू-कश्मीर के लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करेंगे. शर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि युद्ध कल से शुरू होगा. देखते हैं दुश्मन कैसा व्यवहार करता है और हम भी उसी के अनुसार प्रतिक्रिया देंगे."
यूटी विधानसभा का चार दिवसीय पहला सत्र
बता दें कि यूटी विधानसभा का चार दिवसीय पहला सत्र सोमवार से शुरू होगा और 8 अक्टूबर को समाप्त होगा. गौरतलब है कि माना जा रहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित करेगी, जिसने तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा दिया था और जिसे भाजपा सरकार ने 5 अगस्त, 2019 को निरस्त कर दिया था.
पहले दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव करेगी, जो नेशनल कॉन्फ्रेंस के अब्दुल रहीम राठेर हो सकते हैं. एनसी के पास 55 विधायक हैं, जिनमें उसके अपने 42, कांग्रेस के छह विधायक, पांच निर्दलीय और एकमात्र सीपीआई (एम) विधायक मुहम्मद यूसुफ तारिगामी शामिल हैं.
नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस आज शाम अलग-अलग बैठकें कर रही है, जिसके बाद श्रीनगर में गठबंधन की बैठक होगी. नेशनल कॉन्फ्रेंस के सूत्रों ने बताया कि पार्टी वरिष्ठ नेता और चरार-ए-शरीफ के विधायक अब्दुल रहीम राठेर को अध्यक्ष पद के लिए नामित करेगी और उनके चुनाव में अपने गठबंधन सहयोगी कांग्रेस का समर्थन मांगेगी. उल्लेखनीय है कि नगरोटा विधानसभा क्षेत्र के विधायक दविंदर सिंह राणा के निधन के बाद भाजपा के विधायकों की संख्या घटकर 28 रह गई है.
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