नई दिल्ली : भाजपा सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के बीच क्रीमी लेयर की पहचान करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर चिंता व्यक्त की. एसटी/एससी समुदाय से जुड़े करीब 100 भाजपा सांसदों ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा. बैठक के बाद, मोदी ने एक्स पर कहा, "आज एससी/एसटी सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की. हमने एससी/एसटी समुदायों के कल्याण और सशक्तिकरण के लिए हमारी प्रतिबद्धता और संकल्प को दोहराया."
बता दें कि 1 अगस्त को, सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश न्यायमूर्ति बीआर गवई ने कहा था कि राज्यों को एससी और एसटी के बीच भी क्रीमी लेयर की पहचान करने और उन्हें आरक्षण का लाभ देने से इनकार करने के लिए एक नीति विकसित करनी चाहिए. प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा रहे भाजपा के राज्यसभा सदस्य सिकंदर कुमार ने बताया, "हम सभी सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से चिंतित थे. हमें इस मामले पर चिंता व्यक्त करने वाले लोगों के फोन कॉल आ रहे थे." उन्होंने संसद परिसर में कहा, "एससी और एसटी का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज सुबह प्रधानमंत्री से मुलाकात की और इस संबंध में अपनी चिंता व्यक्त की."