जम्मू: जम्मू कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने कहा कि, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) और गिलगित बाल्टिस्तान भारत का अभिन्न अंग है. उन्होंने पाक अधिकृत कश्मीर को जम्मू कश्मीर को लौटाने का आह्वान किया.
22 फरवरी, 1994 को संकल्प दिवस के अवसर पर आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, सत शर्मा ने कहा कि, "हम चाहते हैं कि पीओके, गिलगित बाल्टिस्तान और अक्साई चीन (चीन के अवैध कब्जे में) को भारत में वापस लाया जाए, क्योंकि इन क्षेत्रों के लोग भी भारत के साथ रहना चाहते हैं."
उन्होंने आगे कहा, "पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर को छीनने की बात करता था, लेकिन वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के दो हिस्सों में बहुत बड़ा अंतर है. जम्मू-कश्मीर में G-20 शिखर सम्मेलन और फॉर्मूला 1 रेस जैसे आयोजन हो रहे थे, जबकि उसी समय पाकिस्तान में कार्ट रेस का आयोजन हो रहा था.
उन्होंने कहा कि, भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और पाकिस्तान की स्थिति यह है कि उनके पास खाने के लिए भोजन और पहनने के लिए कपड़े नहीं हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या भारत पीओके को वापस लेने के लिए बल का प्रयोग करेगा, सत शर्मा ने कहा, "पीओके को वापस लेने के लिए बल का प्रयोग करने की कोई आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने कहा, 2016 और 2019 में इसकी आवश्यकता थी, लेकिन वर्तमान में स्थिति ऐसी हो रही है कि गिलगित बाल्टिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) के लोग खुलकर सामने आएंगे और भारत का हिस्सा बन जाएंगे. लेकिन जरूरत पड़ने पर पीएम मोदी और हमारी सरकार देश के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए कुछ भी करेगी.
कुछ पाकिस्तानी राजनेताओं की तरफ युद्ध की धमकी पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि, उनमें से कुछ ऐसे समय में जंग की बात कर रहे हैं जब उनके पास कुछ भी उपलब्ध नहीं है. उन्होंने कहा, "शायद वे दुनिया को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि वे पीछे नहीं हैं, लेकिन यह कोई रहस्य नहीं है कि कैसे लोग वहां आटे के लिए लड़ रहे हैं और जब एक पूर्व प्रधानमंत्री को जेल भेजा जाता है तो वहां असुरक्षित माहौल होता है. इस समय पीओजेके के लोग देख रहे हैं कि सुरक्षित माहौल कहां है और वे इस देश का हिस्सा बनना चाहेंगे."
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