मुंबई: महाराष्ट्र में जारी मतदान के दिन एक बड़ा विवाद सामने आया है. दरअसल, पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने एनसीपी (शरद पवार) नेता सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले पर बिटकॉइन घोटाले की आय का इस्तेमाल चुनाव के लिए करने का आरोप लगाया है. यह आरोप राजनीतिक लड़ाई में तब्दील हो गया है.
इस बीच विवाद को और हवा देते हुए सुप्रिया सुले के चचेरे भाई और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने दावा किया कि उन्होंने रवींद्र पाटिल द्वारा सबूत के तौर पर पेश किए गए कथित ऑडियो क्लिप में सुप्रिया सुले की आवाज पहचान ली है. साथ ही अजीत पवार ने मामले की गहन जांच का वादा भी किया.
मीडिया से बातचीत के दौरान अजीत पवार ने कहा, "ऑडियो क्लिप में जो टोन है, उससे मैं आवाजों को पहचान सकता हूं. उनमें से एक मेरी बहन है और दूसरी आवाज उस शख्स की है जिसके साथ मैंने काफी काम किया है. इसकी जांच की जाएगी और सच्चाई सामने आएगी."
सुप्रिया सुले ने आरोपों को नकारा
सुप्रिया सुले ने बुधवार को इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया. न्यूज एएनआई से बात करते हुए उन्होंने कहा, "मैंने मानहानि का केस और क्रिमिनल केस दर्ज कराया है. ये आरोप पूरी तरह से झूठे और मनगढ़ंत हैं. मैं किसी भी भाजपा प्रतिनिधि के साथ उनके द्वारा चुने गए समय और तिथि पर सार्वजनिक मंच पर बहस करने के लिए तैयार हूं."
वहीं, अजीत पवार की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए सुप्रिया सुले ने उनके दावों को खारिज कर दिया और कहा, "वह अजीत पवार हैं, वह कुछ भी कह सकते हैं. इस बीच, सुले और उनके परिवार ने बारामती के एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला.
क्या है मामला?
रवींद्रनाथ पाटिल ने मंगलवार को बारामती के सांसद और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने 2018 के क्रिप्टोकरेंसी धोखाधड़ी मामले से बिटकॉइन का दुरुपयोग किया और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए इसका इस्तेमाल किया था.