पटना: एक तरफ मुख्यमंत्रीनीतीश कुमारके पाला बदलने और बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने की चर्चा जोरों पर है, वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय जनता दल की ओर से भी उनको सत्ता में आने से रोकने के लिए जोर-आजमाइश जारी है. इस बीच आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव की बेटी ने भी सोशल मीडिया पर मोर्चा संभाल लिया है. उन्होंने अपने 'एक्स' हैंडल पर पोस्ट कर ऐलान कर दिया है कि परिणाम चाहे जो भी हो, वे लोग सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ते रहेंगे.
क्या लिखा रोहिणी आचार्य?:सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वालीं आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव की बेटी ने अपने 'एक्स' हैंडल पर लिखा, "जब तक सांस बाकी है, सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है."
भाई तेजस्वी के कार्यों का भी जिक्र:अपने दूसरे पोस्ट में रोहिणी आचार्य ने लिखा, 'तेजस्वी की यही पहचान देखी है, लाखों युवाओं के चेहरे पे जो खिली मुस्कान देखी है..'
परिवारवाद पर नीतीश पर कसा था तंज:इससे पहले गुरुवार को रोहिणी ने परिवारवाद को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयान पर बिना नाम लिए तंज कसा था और उनके पाला बदल की विचारधारा पर निशाना साधा था. साथ ही उनकी नीयत में खोट पर भी चोट किया था. हालांकि कुछ देर बाद ही उन्होंने अपने उन पोस्ट को डिलीट कर दिया था. माना जाता है कि नीतीश ने उस पोस्ट पर आपत्ति जताई थी.
नीतीश के खिलाफ आरजेडी की रणनीति तैयार: नीतीश कुमार के पाला बदलने की चर्चा के बीच आरजेडी ने भी अपनी तरफ से कवायद तेज कर दी है. शनिवार को तेजस्वी यादव की अगुवाई में आरजेडी के सभी विधायकों, विधान पार्षदों और बड़े नेताओं की बैठक हुई. उस बैठक में तेजस्वी ने अपने नेताओं से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि इस बार नीतीश कुमार को आसानी से सत्ता परिवर्तन करने नहीं देंगे.
क्या है विधानसभा का गणित?:243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है, उसके 79 विधायक हैं. आरजेडी के साथ कांग्रेस के 19, सीपीआई माले के 12, सीपीआई के 2, सीपीआई (एम) के 2 विधायक हैं. यह संख्या 114 होती है, जबकि बदली परिस्थिति में नीतीश कुमार को जेडीयू के 45 के अलावे बीजेपी के 78, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के 4 और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन मिल सकता है. कुल मिलाकर यह संख्या बल 128 तक पहुंचता दिख रहा है. वहीं एआईएमआईएम के एक विधायक महागठबंधन के साथ जा सकते हैं.