ग्वालियर। भारत के सबसे मशहूर चारा घोटाला के दोषी रहे बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही है. लालू प्रसाद यादव के खिलाफ ग्वालियर के एमपी एमएलए MP MLA कोर्ट से एक स्थाई वारंट जारी हुआ है. जो करीब 28 साल पुराने आर्म डील केस को लेकर जारी किया गया है.
विशेष न्यायाधीश की अदालत से जारी हुआ वारंट
इस मामले की जानकारी देते हुए ग्वालियर MP MLA कोर्ट के विशेष लोक अभियोजक अभिषेक मेहरोत्रा ने बताया कि 'MP MLA कोर्ट के विशेष न्यायाधीश मजिस्ट्रेट मनीष सैनी कि अदालत ने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ स्थाई गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ है. बता दें साल 1995 और 97 में फर्जी अवैध फार्म न.16 (फर्म न.16 जो आर्म्स डीलर के लिए जारी होते हैं, उसके आधार पर आर्म्स दिया जाता है ) को तैयार कर हथियारों की सप्लाई के मामले में पूर्व सीएम लालू प्रसाद यादव की गिरफ्तारी का वारंट जरी किया गया है.
फर्जी दस्तावेज पर एम्युनिशन खीरीदी का है मामला
यह मामला साल 1995-97 का है. जिसमें एक आर्म डीलर्स है. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर एम्युनिशन ये खरीदी की गई थी. इस मामले में पुलिस ने जांच की और आरोप पत्र के आधार पर कुल 23 लोगों को आरोपी बनाया था, जिसमें आरोपी लालू प्रसाद यादव को फरार घोषित किया गया था.
केस पर विचार के दौरान हुई पूर्व मुख्यमंत्री के नाम की पुष्टि
विशेष लोक अभियोजक अभिषेक मेहरोत्रा ने बताया, 'इस केस में विचार पर कोर्ट ने पाया कि आरोपी लालू प्रसाद यादव वही शख्स हैं, जो बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं. ऐसे में MP MLA कोर्ट ने आरोपी बने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ स्थाई गिरफ़्तारी वारंट जारी किया है.'