पटना:बिहार में साइबर ठग की सक्रियता बढ़ गई है. साइबर ठग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ठगी कर रहे हैं. पहले आम लोगों को निशाना बनाया जा रहा था, लेकिन अब खास लोग भी साइबर ठग के रडार पर हैं. हिमाचल प्रदेश के डीजीपी के रिश्तेदार को बिहार में ठगने की कोशिश की गई.
बिहार के साइबर ठग बेखौफ:बिहार में साइबर ठग के हौसले बुलंद हैं. साइबर ठग आम आदमी को तो छोड़ दीजिए अब खास को भी निशाना बना रहे हैं. उनके रडार पर आईपीएस ऑफिसर भी हैं. बिहार में भी एक सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है. खुदको एडीजी बताकर एक महिला को ठगने की कोशिश की गई.
हिमाचल प्रदेश के DGP की सास से ठगी की कोशिश: पटना के साइबर अपराधी बेखौफ होकर काम कर रहे हैं. अपराधी ने अपराध की योजना बनायी और खुद को एडीजी डॉ. कमल किशोर सिंह बताकर एक महिला पर घर बेचने का दबाव बनाने लगा. महिला हिमाचल प्रदेश के डीजीपी डॉ. अतुल वर्मा की सास बतायी जाती है. तंग आकर महिला ने जब अपने दामाद को जानकारी दी तो हिमाचल प्रदेश के डीजीपी ने बिहार के एडीजी को फोन किया.
एडीजी कमल किशोर के नाम पर की जा रही थी ठगी: इसके बाद पटना के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. पटना के एडीजी डॉ. कमल किशोर सिंह ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है. आवेदन में उन्होंने कहा है कि साइबर अपराधी हिमाचल प्रदेश के डीजीपी की सास को मेरे नाम पर घर बेचने का दबाव बना रहे थे.
"कई बार हिमाचल प्रदेश के डीजीपी की सास को फोन कॉल किया गया. अपने को वह (साइबर ठग) रूबल सिंह का भाई एडीजी डॉक्टर कमल किशोर सिंह बता रहा था. नंबर की तहकीकात की गई तो पता चला कि फोन करने वाले व्यक्ति का नाम प्रमोद कुमार है."- डॉ. कमल किशोर सिंह, एडीजी
जांच जारी: फिलहाल पटना के साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर दी गई है. पुलिस सीडीआर निकाल रही है और जल्द ही साइबर अपराधी को गिरफ्तार भी किया जाएगा. इस मामले ने एक बार फिर सभी को हैरत में डाल दिया है. साइबर फ्रॉड से सभी को सतर्क रहने की जरूरत है.
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