पटनाःअगर आप या आपके परिवार के कोई भी सदस्य पर आपराधिक मुकदमा दर्ज हो. हत्या, अपहरण, रंगदारी, नक्सली कनेक्शन आदि के आरोप लगे हैं तो समझो आप विधायक, सांसद और मंत्री बन जाएंगे. ऐसा ईटीवी भारत नहीं बल्कि बिहार की राजनीति संकेत कर रही है. इसका उदाहरण ऐसे कई बाहुबली हैं जो आज जनप्रतिनिधि के पद पर विराजमान हैं, लेकिन हाल में मनोरमा देवी काफी चर्चा में हैं.
कौन हैं मनोरमा देवी?: बिहार की मनोरमा देवी जदयू की पूर्व एमएलसी हैं. शनिवार 20 अक्टूबर को एक और जिम्मेदारी दे दी गयी. अब मनोरमा देवी बिहार विधानसभा उपचुनाव में बेलागंज सीट से जदयू उम्मीदवार हैं. जी हां..सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जदयू ने इन्हें टिकट दी है. याद तो जरूर होगा कि कुछ दिन पहले ही NIA की टीम ने छापेमारी कर इनके घर से 4 करोड़ रुपए कैश और 10 घातक हथियार बरामद की थी.
नक्सली कनेक्शन आया था सामने: NIA की छापेमारी में यह भी सामने आया था कि मनोरमा देवी का नक्सली कनेक्शन भी है. बरामद हथियार नक्सलियों को सप्लाई करने के लिए ही रखे गए थे. इसकी जानकारी खुद NIA ने अपने प्रेस रिलीज में कही थी. अगर कोई आम इंसान के घर से इतने रुपए और हथियार बरामद होते तो आज वह जेल में होता लेकिन सीएम नीतीश कुमार ने इन्हें टिकट से नवाजने का काम किया.
पति और बेटे पर भी कई मुकदमा दर्जः दरअसल, मनोरमा देवी कोई साधारण परिवार से नहीं है. इनके स्वर्गीय पति के साथ साथ बेटे पर भी आपराधिक मुकदमा दर्ज हैं. इस छवि का उजागर ईटीवी भारत नहीं बल्कि बिहार पुलिस कर चुकी है. लालू यादव राज में बिंदा यादव का गया जिले में दबदबा था. बेटे भी गाड़ी से चलने के दौरान साइड नहीं देने वाले को गोली मार देते थे.
पिता ने ढाबे वाली से शादी की थीः मनोरमा देवी के बारे में जानने से पहले इनके पिता और माता के बारे में जानेंगे. पिता हजारा सिंह एक साधारण ट्रक ड्राइवर थे. ट्रक चलाने के सिलसिले में अक्सर गया से गुजरने वाली जीटी रोड से आना जाना करते थे. गया के बाराचट्टी के काहूदाग के पास ढाबा पर खाना खाने के लिए रूकते थे. उसी ढ़ावे वाले जो पंजाब के निवासी थे, उनकी बेटी कबूतरी से प्यार हो गया. हजारा सिंह ने उससे शादी कर ली और वहीं जमीन खरीदकर बस गए.
ठिकेदारी का काम करता बिंदी यादवः साल 1970 में हजारा सिंह और कबूतरी देवी से मनोरमा देवी का जन्म हुआ. मनोरमा देवी बचपन से लेकर जवानी तक उसी ढाबे में माता-पिता के साथ रही. बता दें कि मनोरमा देवी ने कन्या हाईस्कूल बाराचट्टी से मैट्रिक और सोभ कॉलेज से इंटर की पढ़ाई की है. इसी कड़ी में एक शख्स बिंदी यादव आता है. इनके पिता साधारण किसान थे लेकिन यह करोड़पति बनने की राह पर था. उस वक्त वह छोटी मोटी ठेकेदारी का काम करता था.
बिंदी यादव का मनोरमा देवी से शादीः बिंदी यादव का अक्सर हजारा सिंह के ढाबे पर आना जाना रहता था. इसी दौरान मनोरमा से प्यार हो गया और 1989 में देवघर में उसने शादी कर ली. हालांकि यह बताया जाता है कि मनोरमा देवी बिंदी यादव को पसंद नहीं करती थी. बिंदी यादव ने उससे जबरन शादी की थी लेकिन इसकी पुष्टि कोई नहीं करता है. हालांकि यह तय है कि दोनों के बीच कभी नहीं बनी. हमेशा मनमुटाव रहता था.