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अजित पवार को बड़ा झटका! 4 नेताओं ने छोड़ी NCP, कहा- शरद पवार का आशीर्वाद लेंगे - Ajit Pawar

Jolt To Ajit Pawar: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव से पहले अजित पवार को बड़ा झटका लगा है. लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद एनसीपी (अजित गुट) के 4 नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया है.

Big jolt to Ajit Pawar
अजित पवार को बड़ा झटका (ANI)

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 17, 2024, 2:24 PM IST

नई दिल्ली: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चार नेताओं पार्टी छोड़ दी. इसके चलते पार्टी को राजनीतिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. अजित पवार की पार्टी को मंगलवार को उस समय बड़ा झटका लगा, जब पिंपरी-चिंचवाड़ से उसके चार शीर्ष नेताओं ने इस्तीफा दे दिया और वे वरिष्ठ नेता शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में शामिल होने वाले हैं.

इससे पहले आरएसएस से जुड़ी पत्रिका ऑर्गनाइजर में छपे एक आर्टिकल में महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के लिए अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी को जिम्मेदार ठहराया गया था. लेख में महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब प्रदर्शन के लिए अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ गठबंधन, पार्टी के कार्यकर्ताओं और राज्य में एनडीए सरकार के बीच संवाद की कमी को जिम्मेदार ठहराया गया है.

अजीत पवार का साथ छोड़ने का फैसला
जिन नेताओं ने अजीत पवार का साथ छोड़ने का फैसला किया है, उनमें पिंपरी-चिंचवाड़ यूनिट के अध्यक्ष अजीत गवहाने, छात्र नेता यश साने और दो पूर्व पार्षद राहुल भोसले और पंकज भालेकर शामिल हैं. अजीत गवहाने ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा, "मैंने कल इस्तीफा दे दिया और आज हम दूसरे विधानसभा क्षेत्र के सभी पूर्व पार्षदों के साथ बैठक करेंगे. हम उसी के अनुसार अपनी आगामी रणनीति तय करेंगे. हम पवार साहब (शरद पवार) का आशीर्वाद लेने जा रहे हैं. हम मिलकर कोई फैसला लेंगे."

विधानसभा चुनाव से पहले और नेता छोड़ सकते हैं पार्टी
उन्होंने आरोप लगाया कि 2017 से बीजेपी ने पिंपरी-चिंचवड़ नगर निगम (PCMC) पर कब्जा करना शुरू कर दिया है, जिससे विकास ठप हो गया है. यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब अटकलें लगाई जा रही हैं कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले अजित पवार खेमे के कुछ नेता शरद पवार के गुट में वापस जाने के इच्छुक हैं.

गौरतलब है कि शरद पवार पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पार्टी को कमजोर करने वालों के लिए दरवाजे बंद हैं, जबकि जो नेता संगठन की छवि को नुकसान पहुंचाए बिना उसे मजबूत कर सकते हैं, उनका स्वागत किया जाएगा.

बता दें कि अजित पवार की पार्टी ने राज्य में चार लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और सिर्फ एक (रायगड) में जीत हासिल की, जबकि उनके चाचा के गुट ने महाराष्ट्र में आठ सीटें जीतीं. वहीं, इस साल के अंत में राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं.

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