बेंगलुरु: रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में आरोपी के चेहरे की पहचान हो गई है. पुलिस सूत्रों ने जानकारी दी है कि मुख्य आरोपी ने चेहरे पर मास्क, काला चश्मा और टोपी लगाकर एक बैग के साथ कैफे में आया था और विस्फोटक सामग्री रखी थी. जानकारी के मुताबिक उसने बैग रखने से पहले कैफे में रवा इडली खाई थी. जिसके बाद वह बैग छोड़कर चला गया था.
फिलहाल पुलिस की टीमें इस शख्स की तलाश कर रही हैं. वारदात से पहले और बाद में आरोपी व्हाइट फील्ड के मराठ गांव इलाके में घूमता मिला. पुलिस ने इस इलाके में भी सघन छापेमारी की है. मामले के आरोपियों की तलाश दूसरे राज्यों में भी शुरू कर दी गई है. शीर्ष पुलिस सूत्रों के मुताबिक, टीमें पड़ोसी राज्य केरल और तमिलनाडु भी गई हैं. सीसीबी की विशेष टीम आरोपियों की तलाश कर रही है. कैफे के सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध जैसे दिखने वाले कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.
कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने शुक्रवार को कहा कि यहां एक कैफे में विस्फोट के लिए जिम्मेदार संदिग्ध की पहचान कर ली गई है. आरोपी को 'कुछ ही घंटों में' गिरफ्तार कर लिया जाएगा. मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने पहले कहा था कि बेंगलुरु के आईटी हब व्हाइटफील्ड में रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को हुआ विस्फोट इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) के कारण हुआ था. विस्फोट में कम से कम 10 लोग घायल हो गये.
इस बीच, पत्रकारों से बात करते हुए, डिप्टी शिवकुमार ने कहा कि यह विस्फोट दोपहर करीब 1.15 बजे हुआ, जब अधिकांश ग्राहक कैफे में दोपहर का भोजन कर रहे थे. शिवकुमार ने आगे कहा कि दोपहर के भोजन के दौरान एक युवक कैफे में पहुंचा, उसने रवा इडली खाई और एक पेड़ के पास एक बैग रखा और चला गया. एक घंटे के बाद कम तीव्रता का विस्फोट हुआ. युवक ने टाइमर को बम से जोड़ा था. डिप्टी सीएम ने कहा कि 10 लोग घायल हो गए. उन्होंने कहा कि आरोपी बस से आया था. बस से उतरने के बाद वह कैफे आया. उसकी सारी हरकतें हमारी जानकारी में आ गई हैं.