प.बंगाल: बीजेपी नेता का ममता बनर्जी पर हमला, टीएमसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की - BJP leader attack Mamata - BJP LEADER ATTACK MAMATA
BJP leader Agnimitra Paul attack Mamata banerjee: पश्चिम बंगाल में बीजेपी उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल ने संदेशखाली में हथियार बरामदगी के बाद टीएमसी पर प्रतिबंध लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि सीएम ममता बनर्जी को गिरफ्तार किया जाना चाहिए.
बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने ममता पर हमला किया (फोटो एएनआई)
खड़गपुर: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा पश्चिम बंगाल के संदेशखाली से हथियार और गोला-बारूद बरामद किये जाने के बाद मेदिनीपुर से बीजेपी की उम्मीदवार अग्निमित्रा पॉल ने सीएम ममता बनर्जी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पार्टी टीएमसी (TMC) पर प्रतिबंध लगाने और सीएम ममता बनर्जी को गिरफ्तार करने की मांग कर रही है.
सीएम बनर्जी पर निशाना साधते हुए बीजेपी नेता ने कहा, 'वह (ममता बनर्जी) किस तरह की महिला और सीएम हैं कि वह हत्यारे, बलात्कारियों और आतंकवादियों का पक्ष ले रही हैं. वे (टीएमसी) उन लोगों को बचाने के लिए कोर्ट जा रही है जिन्होंने नौकरियों के लिए रिश्वत ली. आज शेख शाहजहां के गुंडे के पास से बम, आरडीएक्स के साथ एक पिस्तौल भी बरामद हुई जो पुलिस की है. क्या वे संदेशखाली जैसी जगहों पर विस्फोट करने की साजिश रच रहे हैं? पॉल ने कहा, हम मांग कर रहे हैं कि टीएमसी पर प्रतिबंध लगाया जाए और ममता बनर्जी को गिरफ्तार किया जाए.
राज्य में शुक्रवार को लोकसभा के दूसरे चरण के मतदान के दौरान, सीबीआई और एनएसजी बम दस्ते ने संदेशखाली और उत्तरी 24 परगना जिले में छापेमारी की. इस दौरान अबू तालेब के घर से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किए गए. अबू तालेब टीएमसी नेता हफजुल खान का रिश्तेदार है. खान पर शेख शाहजहाँ का करीबी सहयोगी होने का आरोप है.
सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) के बम दस्ते की संयुक्त टीम द्वारा संदेशखाली में की गई छापेमारी को लेकर राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई. सीईओ को दी अपनी शिकायत में टीएमसी ने आरोप लगाया कि बार-बार अनुरोध के बावजूद राज्य चुनाव आयोग प्रमुख केंद्रीय जांच एजेंसियों को विभिन्न राजनीतिक दलों के अभियान प्रयासों को विफल करने से रोकने में विफल रहा.
राज्य में सत्तारूढ़ दल ने आगे आरोप लगाया कि सीबीआई ने छापेमारी करने से पहले राज्य सरकार या पुलिस प्रशासन को 'कार्रवाई योग्य नोटिस' जारी नहीं किया. टीएमसी ने मांग की कि सीईओ 'तत्काल दिशानिर्देश जारी करें, जिससे चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों और उनके पदाधिकारियों के खिलाफ सीबीआई सहित किसी भी केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा कदम नहीं उठाया जा सके.'