लखनऊ: अयोध्या की गैंगरेप पीड़िता की तबीयत बिगड़ने के बाद किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के क्वीन मेरी अस्पताल (स्त्री रोग विभाग) में भर्ती कराया गया है. विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम पीड़िता की जांच करा कर इलाज शुरू कर दिया है. सुरक्षा के लिए पुलिस और सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है.
केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि अयोध्या से शाम 5 बजे के आसपास एम्बुलेंस से उसे लाकर क्वीन मेरी अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां पर इलाज के लिए विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम तैनात कर दी गयी है. विशेषज्ञ डाक्टरों ने पीड़िता की जांचे करायी है. रिपोर्ट के आधार पर उसका इलाज शुरू कर दिया गया है. डॉ. सुधीर ने बताया कि विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम पीड़िता उसकी लगातार निगरानी कर रही है. अयोध्या से पीड़िता को जब इलाज के लिए लखनऊ लाने की बात चल रही थी तो स्वास्थ्य विभाग ने वीरागंना अवंती बाई महिला (डफरिन) अस्पताल को भी अलर्ट जारी कर दिया गया था. लेकिन, पीड़िता के स्वास्थ्य को देखते हुए केजीएमयू के क्वीन मेरी अस्पताल में भर्ती कराने का निर्णय लिया गया.
बता दें कि 12 वर्षीय पीड़ित किशोरी चार बहनों में सबसे छोटी है. भाई महज 6 वर्ष का है. पिता की मृत्यु दो साल पहले ही हो चुकी है. घर का गुजारा उसकी मां और बहनों के द्वारा मजदूरी से मिले पैसे से चलता है. पीड़ित किशोरी भी ढाई माह पूर्व मजदूरी पर दूसरे के खेत में धान लगा कर लौट रही थी. इस दौरान बेकरी में काम करने वाला राजू उसके पास आया. उसने किशोरी से कहा चलो तुम्हे बेकरी मालिक मोईद खान बुला रहे है. जब वह बेकरी पहुंची, तो मोईद खान ने जबरन उसके साथ बलात्कार किया. आरोप है, कि जब मोईद खान बलात्कार कर रहा था, तब उसके मोबाइल से राजू वीडियो बना रहा था. इसके बाद राजू ने भी किशोरी से बलात्कार किया. किशोरी को वीडियो दिखाते हुए, दोनों ने किसी से कुछ कहने पर जान से मारने की धमकी दी. इसके बाद ये सिलसिला आम हो गया. लगातार पीड़िता के साथ यह दोनों धमकी देकर बलात्कार करते रहे.