अयोध्याःरामनगरी में दिवाली की पूर्व संध्या पर आयोजित दीपोत्सव में नया कीर्तिमान स्थापित हुआ. मां सरयू की 1,121 लोगों ने एक साथ की आरती की और राम की पैड़ी पर 25,12,585 दीयों का प्रज्ज्जवलन किया गया.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को दीपोत्सव के दौरान हासिल किए गए दो नए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए प्रमाण पत्र भी मिला. अयोध्या दीपोत्सव और सरयू आरती के दौरान मौजूद रहे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के अधिकारी निश्चल बरोट ने सीएम योगी को प्रमाण पत्र सौंपा. उन्होंने कहा कि 1121 लोगों द्वारा एक साथ आरती, जो दुनिया की सबसे बड़ी आरती थी. वहीं, 25,12,585 तेल के दीयों के प्रज्जवलन को गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स में दर्ज किया है. हमने दोनों प्रयासों के लिए नए रिकॉर्ड बनाए. वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस उपलब्धि पर प्रदेशवासियों की बधाई दी.
विश्व रिकॉर्ड स्थापित कर सनातन संस्कृति का किया जयघोषःमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "दीपोत्सव का यह भव्य और दिव्य आयोजन आज पूरी दुनिया देख रही है. मैं इस अवसर पर सबको हृदय से बधाई देता हूं. सनातन धर्म दुनिया का सबसे प्राचीनतम मानवता का धर्म है. जियो और जीने दो की प्रेरणा देने वाला धर्म है. वे ताकतें जो आज भारत को कमजोर करना चाहती हैं, वे समाज को बांटने का काम उसी रूप में कर रहे हैं. जैसे कभी त्रेतायुग में रावण और उसके अनुयायी कर रहे थे. कोई जाति के नाम पर, कोई क्षेत्र के नाम पर, कोई भाषा के नाम पर, कोई परिवार के नाम पर, समाज को बांटने का प्रयास कर रहा है, उसके माध्यम से राष्ट्र की एकता और अखंडता को चुनौती दी जा रही है. ये दीपोत्सव हम सभी को एक नई प्रेरणा देने का एक नया अवसर है."
सीएम ने कहा कि 'दीपोत्सव-2024' के पावन अवसर पर 'राममय' श्री अयोध्या धाम ने 25 लाख से अधिक दीप प्रज्वलित करने के साथ ही पुनः सर्वाधिक दीप प्रज्वलन का विश्व रिकॉर्ड स्थापित कर सनातन संस्कृति का जयघोष किया है. साथ ही, माँ सरयू जी की एक साथ 1 हजार 121 श्रद्धालुओं ने आरती का सौभाग्य प्राप्त कर एक और विश्व कीर्तिमान भी स्थापित कर दिया है. पूज्य संत जन/धर्माचार्यों के आशीर्वाद तथा श्रद्धालुओं व रामभक्तों के प्रयासों से अर्जित इस उपलब्धि की सभी को बधाई.
पीएम मोदी वीडियो कांफ्रेसिंग से देखा दीपोत्सवःपीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दीपोत्वस से जुड़े. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, "500 वर्षों के बाद, भगवान राम अयोध्या में अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं. यह उनके भव्य मंदिर में मनाई जाने वाली पहली दिवाली होगी. हम सभी ऐसी विशेष और भव्य दिवाली के साक्षी बनने के लिए बहुत भाग्यशाली हैं.
दिवाली, भारत के सबसे प्रसिद्ध त्योहारों में से एक, अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है. जैसे ही परिवार तैयारी करते हैं, घरों को रंगोली पैटर्न से सजाया जाता है और दीयों और परी रोशनी से जलाया जाता है. उत्सव में समृद्धि के लिए देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करना, मिठाइयां और स्नैक्स बांटना और प्रियजनों के साथ उपहारों का आदान-प्रदान करना शामिल है. रात के समय आतिशबाजी से आसमान जगमगा उठता है, जिससे उत्सव का माहौल और भी शानदार हो जाता है. दिवाली 2024 एकजुटता, चिंतन और उत्सव के समय का वादा करती है, जो आने वाले वर्ष के लिए एकता और आशा की भावना को बढ़ावा देती है.
लेजर और लाइट शो ने किया आकर्षितःदीपोत्वस के दौरान एक लेजर और लाइट शो ने सरयू घाट को जगमगा दिया. जिसमें दीयों और जीवंत रोशनी ने नदी तट की सुंदरता को बढ़ा दिया. कार्यक्रम की एक प्रमुख विशेषता राम लीला का वर्णन था, जिसे मनोरम ध्वनि और प्रकाश प्रदर्शन के माध्यम से प्रस्तुत किया गया. यह शानदार दृश्य घटना अयोध्या दीपोत्सव 2024 समारोह का हिस्सा थी, जो अब शहर के लिए एक पहचान है. हजारों लोग सरयू नदी के तट पर एकत्र हुए, जहां 25 लाख दीये एकता को बढ़ावा देते हुए अंधेरे पर प्रकाश की जीत का प्रतीक थे. दीपोत्सव में राज्य के सूचना और पर्यटन विभागों द्वारा तैयार की गई 18 जीवंत झांकियां भी प्रदर्शित की गईं, जिनमें भगवान राम के जीवन के महत्वपूर्ण क्षणों को दर्शाया गया है. दीपोत्सव, पांच दिवसीय त्योहार, 14 साल के वनवास के बाद भगवान राम की अयोध्या वापसी की याद दिलाता है. अयोध्या की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत का जश्न मनाते हुए, यह लाखों भक्तों और पर्यटकों को आकर्षित करता है.
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