असम के सीएम ने गुवाहाटी में भारी बारिश के बीच सभी से घरों के अंदर रहने का किया आग्रह - Heavy Rain in Assam
असम में भारी बारिश के एक और दौर के बाद राज्य के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोगों से अपील की कि लोग घरों ने बाहर न निकलें. गुवाहाटी में भारी बारिश का एक और दौर चल रहा है.
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (फोटो - ANI Photo)
गुवाहाटी: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बुधवार को शहर में भारी बारिश के एक और दौर के बाद सभी से घर के अंदर रहने का आग्रह किया. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में, सीएम हिमंत ने कहा कि "गुवाहाटी में भारी बारिश का एक और दौर चल रहा है. हम सभी से अनुरोध करते हैं कि वे घर के अंदर रहें और जब तक बहुत ज़रूरी न हो, वाहनों का उपयोग करने से बचें."
आगे उन्होंने लिखा कि "इसके अलावा, कृपया जीएस रोड पर डाउनटाउन अस्पताल क्षेत्रों की ओर वाहनों की आवाजाही से बचें." गृह मंत्रालय ने कहा है कि साल 2019 से इस वर्ष 25 जुलाई तक असम में विनाशकारी बाढ़ के परिणामस्वरूप कुल 880 लोगों के हताहत होने की सूचना है.
राज्यसभा में सांसद सुष्मिता देव द्वारा पूछे गए एक प्रश्न का उत्तर देते हुए गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा कि "असम सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 2019 से इस वर्ष 25 जुलाई तक असम में बाढ़ के कारण 880 लोगों की मौत हुई है."
उन्होंने आगे कहा कि "राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र (एनआरएससी) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने 1998-2023 के उपग्रह डेटा का उपयोग करके असम के लिए एक राज्य-स्तरीय बाढ़ खतरा क्षेत्रीकरण एटलस तैयार किया है. यह बाढ़ खतरा प्रबंधन, विकासात्मक योजना के लिए गैर-संरचनात्मक संसाधनों के रूप में कार्य करता है."
राय ने आगे कहा कि असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) को 24 से 36 घंटे के भीतर अलर्ट प्रदान किए जाते हैं. अधिकारियों ने बताया कि असम में बाढ़ ने इस साल अब तक काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में 13 एक सींग वाले गैंडों सहित 215 जानवरों की जान ले ली है. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की फील्ड डायरेक्टर सोनाली घोष ने बताया कि राष्ट्रीय उद्यान में बाढ़ के पानी में डूबने से 13 एक सींग वाले गैंडों की मौत हो गई.
सोनाली घोष ने कहा कि "बाढ़ के पानी में डूबने से 168 हॉग हिरण, 2 दलदल हिरण, 5 जंगली सुअर, 8 साही प्रजाति, एक-एक जंगली भैंसा और सांभर की मौत हो गई. 2 हॉग हिरण वाहन की टक्कर से मर गए, 18 अन्य जानवरों की देखभाल के दौरान मौत हो गई और बाढ़ के दौरान अन्य कारणों से एक ऊदबिलाव (शिशु) की मौत हो गई."