बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर पैदल आवाजाही शुरू (Video- ETV Bharat) चमोली: उत्तराखंड के जोशीमठ के प्रवेश द्वार चुंगी धार के समीप पिछले तीन दिनों से बाधित बदरीनाथ हाईवे को लेकर एक अच्छी खबर आई है. दरअसल दूसरी बार बीआरओ द्वारा जैसे तैसे हाईवे पर पैदल आवाजाही हेतु मार्ग खोल दिया गया है. जोशीमठ नगर में आने जाने वाले तीर्थ यात्रियों और वाहन चालकों के लिए भारतीय सेना फिर मददगार साबित हो रही है.
सेना ने जोशीमठ में फंसे लोगों के लिए भंडारा लगाया (Photo- ETV Bharat) जोशीमठ में फंसे लोगों के लिए सेना ने लगाया लंगर: पिछले 48 घंटों से लगातार सेना के अधिकारियों की मौजूदगी में जवान श्रद्धालुओं को भंडारा लगाकर भोजन और जलपान करा रहे हैं. तीन दिन से सड़क खोलने की आस में अब तीर्थ यात्रियों का मनोबल भी टूटकर जवाब देने लगा था. लिहाजा स्लाइडिंग प्वाइंट पर दोपहिया वाहनों वाले श्रद्धालुओं और पैदल दूसरे छोर पर जाने को आतुर यात्रियों के बढ़ते दबाव के चलते बीआरओ प्रशासन को गुरुवार शाम को हर हाल में कुछ समय के लिए ही सही पैदल मार्ग खोलना चुनौती बन गया.
बीआरओ टीम द्वारा इस चुनौती को पूरा करते हुए गुरुवार शाम को एक बार फिर से पैदल यात्रियों के लिए बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर रास्ता खोल दिया गया. जिसके बाद एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और पुलिस की मौजूदगी में दोनों छोर पर खड़े यात्रियों और लोकल लोगों सहित डेली सप्लाई के सामान सब्जियों के कैरेट और अन्य जरूरी सामानों को लेकर आ रहे नेपाली मजदूरों को हाईवे के एक छोर से दूसरे छोर पर एक-एक करके पंक्तिबद्ध तरीके से सुरक्षित पास कराया गया है. वहीं सड़क मार्ग सुचारू होने में अभी भी समय लगेगा.
कई दिन से रास्ते में फंसे लोगों ने सेना के भंडारे में भोजन किया (Photo- ETV Bharat) 9 जुलाई को दो बार हुआ लैंडस्लाइड:जोशीमठ में चुंगी धार पर बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर 9 जुलाई को सुबह बहुत बड़ा लैंडस्लाइड हुआ था. बीआरओ ने कड़ी मेहनत के बाद शाम तक रास्ता पैदल यात्रियों के लिए खोल दिया था. लेकिन देर शाम फिर से पूरा पहाड़ ढहकर नेशनल हाईवे को क्षतिग्रस्त करता हुआ खाई में जा गिरा. गुरुवार सुबह एक बार फिर बीआरओ ने बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर पैदल जाने का रास्ता बनाकर सैकड़ों यात्रियों और पोलिंग पार्टियों को सकुशल आगे भेजा. गुरुवार को ही रास्ता खोलने के दौरान बहुत बड़ा बोल्डर फिर से नेशनल हाईवे पर आ गिरा. इस बोल्डर की चपेट में आने से रोड खोल रहे कर्मचारी बाल-बाल बचे.
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