मुंबई: राज्य में लोकसभा और विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही निजी जासूसों की नियुक्ति में तेजी आ गई है. कड़े मुकाबले को देखते हुए विपक्षी नेताओं पर नजर रखने के लिए पार्टियां जासूसों का सहारा ले रही हैं. राजनीतिक दल जनता की राय जानने के लिए भी जासूसों का इस्तेमाल कर रहे हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए देश की पहली महिला जासूस रजनी पंडित ने कहा कि महाराष्ट्र में पांच चरणों में चुनाव होने हैं उसके लिए खुफिया एजेंसियों ने विभिन्न पक्षों से काम लेना शुरू कर दिया है.
इंटेलिजेंस की मांग बढ़ी:उन्होंने बताया किकुछ दिनों में लोकसभा चुनाव आने वाले हैं, इसलिए सभी राजनीतिक पार्टियां चुनाव की तैयारियों में जुट गई हैं. 'मैं कई पार्टियों के लिए काम करती हूं.'
कुछ दिनों में राजनीतिक दलों के भी चुनाव प्रचार शुरू करने की उम्मीद है. कांग्रेस, एनसीपी, बीजेपी, शिवसेना और एमएनएस ने मजबूत मोर्चा बनाया है. पंडित ने कहा, 'उम्मीद है कि दोनों पार्टियों के बीच विभाजन के बाद और अधिक काम होगा.'
रजनी पंडित ने कहा, 2024 के लोकसभा चुनाव भारत में सत्तारूढ़ दलों के साथ-साथ विपक्षी दलों के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. ये चुनाव भविष्य के लिए अहम होंगे. पिछली बार 2019 का लोकसभा चुनाव भी दिलचस्प था. इसलिए, 2024 में 18वीं लोकसभा चुनाव में भी रोमांचक मुकाबला देखने को मिलेगा.