उत्तरकाशी(उत्तराखंड): भारतीय वायुसेना उत्तराखंड में एडवांस लैंडिंग ग्राउंड तैयार करने में जुटी है. इसके लिए वायुसेना ने उत्तराखंड की हवाई पट्टियों पर अभ्यास तेज कर दिया है. इन हवाई पट्टियों में चिन्यालीसौड़ सहित पिथौरागढ़, गौचर हवाई अड्डे शामिल हैं. अभी हाल ही में उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ में चिनूक से अभ्यास किया गया. अब 26 फरवरी से 3 मार्च तक वायुसेना यहां अपने एनएन 32 विमान से अभ्यास करेगी.
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डे पर शुक्रवार रात को पहली बार वायुसेना का चिनूक हेलीकॉप्टर उतरा. इससे पहले वर्ष 2022 में वायुसेना ने यहां अपने एएलएच हेलीकॉप्टर को रात के समय उतारा था. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वायुसेना अपने एएन 32 विमान से यहां 26 फरवरी से एक सप्ताह तक अभ्यास करेगी.
भारत-चीन सीमा से लगे जनपद में चिन्यालीसौड़ हवाई अड्डा वायुसेना के लिए सामरिक दृष्टि से खासा महत्वपूर्ण है. यही वजह है कि वायुसेना इसे अपना एडवांस लैंडिंग ग्राउंड बनाने की तैयारी में लगी है. इसे लेकर वायुसेना कई बार हवाई अड्डे को हस्तांतरित करने के लिए पत्राचार कर चुकी है. साथ ही हवाई अड्डे पर लड़ाकू विमानों की लैंडिंग व टेकऑफ के लिए इसके विस्तार की भी मांग कर चुकी है. बीते 20 व 21 फरवरी को वायुसेना ने चिन्यालीसौड़ सहित पिथौरागढ़, गौचर हवाई अड्डे पर रात व दिन में लैंडिंग व टेकऑफ के अभ्यास की तैयारी की योजना बनाई गई. बाद में चिन्यालीसौड़ में वायुसेना का यह अभ्यास तकनीकी कारणों से रद्द कर दिया गया.
जिसके बाद बीते शुक्रवार को वायुसेना ने शाम चार बजे चिनूक हेलीकॉप्टर से लैंडिंग व टेकऑफ का सफल अभ्यास किया. फिर रात में पौने नौ बजे करीब दोबारा यह अभ्यास किया गया. वायुसेना से जुड़े सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब वायुसेना यहां 26 फरवरी से 3 मार्च तक अपने एनएन 32 विमान से अभ्यास करेगी. ये विमान आगरा एयरबेस से यहां पहुंचेंगे. डुंडा एसडीएम नवाजिश खलीक ने वायुसेना के सप्ताहभर के अभ्यास की जानकारी होने से इंकार किया है. उन्होंने कहा वायुसेना अभ्यास करेगी तो इसकी आधिकारिक पूर्व सूचना जरूर देगी.