पिथौरागढ़ (उत्तराखंड): भारत चीन सीमा पर स्थित पवित्र स्थल आदि कैलाश और ओम पर्वत का दर्शन करना आसान हो गया है. जी हां, अब हेलीकॉप्टर से आदि कैलाश और ओम पर्वत दर्शन की शुरुआत हो गई है. सबसे पहले गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, दिल्ली और हरियाणा से 16 यात्रियों ने आदि कैलाश व ओम पर्वत के दर्शन किए. जिसके 9 पुरुष और 7 महिलाएं साक्षी बनीं. वहीं, आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन कर यात्री गदगद नजर आए.
दरअसल, पिथौरागढ़ में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तराखंड पर्यटन विभाग की ओर से रुद्राक्ष एविएशन प्राइवेट लिमिटेड, ट्रिप टू टेंपल और कुमाऊं मंडल विकास निगम के सहयोग से एक दिवसीय हेली दर्शन यात्रा करवाई जा रही है. जिसका आगाज आज यानी 1 अप्रैल से शुरू हो गई है. पहले दिन भारत के विभिन्न राज्यों जिसमें गुजरात, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, दिल्ली और हरियाणा के 16 यात्रियों ने पिथौरागढ़ से हेलीकॉप्टर के जरिए आदि कैलाश और ॐ यानी ओम पर्वत को करीब से निहारा.
भक्तिमय नजर आया नैनी सैनी एयरपोर्ट परिसर:वहीं, आदि कैलाश और ओम पर्वत के दर्शन कर पिथौरागढ़ के नैनी सैनी एयरपोर्ट पहुंचे यात्री काफी गदगद नजर आए. जहां यात्रियों में गजब की शिव भक्ति देखने को मिली. पूरा एयरपोर्ट परिसर बम-बम भोले की जयकारों से गूंज उठा. यात्रियों ने जिला प्रशासन, पर्यटन विभाग और एयर अथॉरिटी की भी सराहना की.
यात्रियों का कहना था कि उन्होंने आदि कैलाश और ओम पर्वत के करीब से दर्शन किए. अब वो अपने शहर के लोगों को भगवान शंकर के निवास स्थान आदि कैलाश और ओम पर्वत के बारे में बताएंगे. साथ ही कहा कि निश्चित रूप से आने वाले समय में उत्तराखंड में पर्यटन बढ़ेगा.
पिथौरागढ़ जिला पर्यटन विकास अधिकारी कीर्ति चंद्र आर्य ने बताया कि निकट भविष्य में धार्मिक पर्यटन बढ़ाने की काफी ज्यादा संभावना है. इस योजना के अंतर्गत स्थानीय होम स्टे संचालकों को जोड़ा जाएगा. जिससे स्थानीय स्तर पर पलायन रुकेगा और लोगों को स्वरोजगार मिलेगा. जिसका लाभ सभी पंजीकृत स्थानीय होम स्टे स्वामियों को मिलेगा. यात्रियों को रात्रि विश्राम भी स्थानीय होम स्टे में कराया जाएगा.