पलामू:एक ऐसी धारा जिससे आपराधिक इतिहास वालों के पसीने छूटने लगते हैं. इस धारा का इस्तेमाल पुलिस और प्रशासनिक तंत्र शांति व्यवस्था के कायम करने में करती है. आम तौर पर लोग 107 की कार्रवाई को जानते हैं. लेकिन सीआरपीसी की धारा 110 के बारे में बेहद ही कम लोगों को जानकारी होती है. लोकसभा चुनाव के दौरान सीआरपीसी की धारा 110 अचानक चर्चा में आ गई है.
लोकसभा चुनाव को लेकर पलामू जिला प्रशासन ने 79 लोगों पर धारा 110 की कार्रवाई की है. कार्रवाई के बाद अचानक धारा 110 चर्चा में आई है. पिछले एक दशक में पहली बार पलामू के इलाके में 110 की कार्रवाई हुई है. लोकसभा चुनाव को लेकर पलामू प्रशासन आपराधिक इतिहास वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है ताकि चुनाव के दौरान कोई अशांति फैला नहीं सके.
66 मुकदमों में शामिल 79 के खिलाफ हुई 110 की कार्रवाई
दरअसल, पलामू पुलिस गंभीर अपराध वाले मुकदमों का अनुसंधान किया था. इन मुकदमों में कौन-कौन से आरोपी बाहर हैं उनकी सूची तैयार की गई. विभिन्न स्तर पर यह सत्यापन किया गया कि जेल से बाहर रहने वाले कौन लोग अशांति फैला सकते हैं. पुलिस ने ऐसे 66 मुकदमों को चिन्हित किया और 79 आरोपियों के खिलाफ सीआरपीसी की धारा 110 के तहत कार्रवाई का प्रस्ताव तैयार किया. इसी कड़ी में 3577 लोगों पर धारा 107 की कार्रवाई की गई है. वहीं आधा दर्जन से अधिक लोगों को जिला बदर किया गया है. जबकि 6 से अधिक लोगों को जिला बदर करने का प्रस्ताव है. पलामू एसपी रीष्मा रामेशन ने कार्रवाई की पुष्टि करते हुए बताया कि 3577 के खिलाफ 107 जबकि 79 के खिलाफ 110 की कार्रवाई की गई है. पलामू पुलिस लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी कर रही है.
क्या है सीआरपीसी की धारा 110? क्यों किया जाता है लागू