नई दिल्ली:तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सेहत पर एक बार फिर आम आदमी पार्टी और जेल प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है. पार्टी का दावा है कि तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के मुख्यमंत्री का वजन 8.5 किलोग्राम घट गया है. केजरीवाल की तबीयत बहुत ज्यादा खराब है. शुगर लेवल कई रातों को 50 से नीचे आ गया. ऐसी स्थिति में कोई भी व्यक्ति ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हो सकता है या वो कोमा में जा सकता है. आज संजय सिंह ने भी यही बात मीडिया के सामने दोहराई. उन्होंने जेल में अरविंद केजरीवाल को जान से मारने क षडयंत्र रचने का आरोप लगाया.
वहीं, सोशल मीडिया और खबरों में चल रहे तमाम आरोपों के बीच तिहाड़ जेल प्रशासन ने भी अपना दावा पेश किया है. तिहाड़ जेल प्रशासन के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल का वजन 8.5 किलोग्राम नहीं बल्कि सिर्फ 2 किलो कम हुआ है. एम्स के डॉक्टरों का बोर्ड उनकी निगरानी कर रहा है और इस बात की जानकारी उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल को भी दी जा रही है.
तिहाड़ जेल के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार
- सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत पर बाहर निकलने के दौरान 10 मई को केजरीवाल का वजन 64 किलो था.
- फिर जब वह 2 जून को जेल वापस लौटे तब उनका वजन सारे 63.5 किलो था. फिलहाल उनका वजन 61.5 किलो है.
- एक अप्रैल को जब केजरीवाल पहली बार तिहाड़ आए थे, तब उनका वजन 65 किलोग्राम था. 8 अप्रैल और 29 अप्रैल को उनका वजन 66 किलोग्राम था.
- जेल प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक, अरविंद केजरीवाल ने जानबूझकर वजन कम किया. जिसके पीछे स्पष्ट कारण थे. जेल प्रशासन का दावा है कि वह 3 जून से नियमित रूप से अपने घर से भेजा गया खाना वापस कर रहे हैं, यानी चुनाव प्रचार के बाद अगले ही दिन से.
- दावा है कि पिछली बार जेल में वो जानबूझकर ऐसा खाना खा रहे थे जिससे उनका शुगर लेवल बढ़ जाता था. एम्स का एक मेडिकल बोर्ड लगातार केजरीवाल की निगरानी कर रहा है. उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल मेडिकल बोर्ड से नियमित परामर्श ले रही हैं.
- सूत्रों के अनुसार तिहाड़ जेल प्रशासन ने एक चिट्ठी दिल्ली सरकार के गृह सचिव को लिखी है. इसमें मंत्रियों, सांसदों और विधायकों पर जेल प्रशासन को गलत इरादे से डराने-धमकाने का आरोप लगाया है. कहा गया है कि AAP सोशल मीडिया के जरिए भ्रमित जानकारी फैला रही है.