नई दिल्ली/गाजियाबाद: चीन कोरोना वायरस महामारी के ठीक पांच साल बाद एक बार फिर वायरस से जूझ रहा है. भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के पांच पॉजिटिव मामले सामने आए हैं, जिससे कोविड-19 जैसे प्रकोप की आशंका बढ़ गई. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस एक आम श्वसन वायरस है जो आमतौर पर हल्के सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण पैदा करता है. अध्ययनों से पता चलता है कि यह 1970 के दशक से इंसानों में सर्कूलेट हो रहा है, हालांकि, वैज्ञानिकों ने पहली बार 2001 में इसकी पहचान की थी.
एचएमपीवी वायरस को लेकर गाजियाबाद के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ राकेश कुमार गुप्ता द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है. एडवाइजरी में बताया गया है कि इस वायरस से किस तरह से बचाव और सावधानी पर ध्यान देना है. 12 पॉइंट्स की एडवाइजरी में एचएमपीवी वायरस से संबंधित जानकारी और बचाव के तरीके बताए गए हैं.
"HMPV एक सामान्य Respiratory Virus है, विगत कई दिनों से चीन के कुछ प्रदेशों में Respiratory Symptoms वाले मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है. ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) श्वसन तंत्र रोगों के समान ही सर्दी-जुकाम एवं फ्लू जैसे लक्षणों के साथ सर्दी के मौसम में परिलक्षित होता है. शीत ऋतु में विभिन्न श्वसन तंत्र संबिधत रोगों जैसे सीजनल इन्फ्लूएंजा, Influenza like illness (ILI) और Severe Acute Respiratory Illness (SARI) के प्रसारण की संभावना बढ़ जाती है. यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण पाए जाते है तो वह नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर डॉक्टर से निःशुल्क परामर्श प्राप्त कर सकते हैं."-डॉ आर के गुप्ता, ज़िला सर्विलांस अधिकारी
स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी:
वायरस से बचाव के लिए क्या करें:
- छींकते या खांसते समय नाक और मुंह को ढकने के लिए रूमाल या टिश्यू का इस्तेमाल करें.
- भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें.
- साबुन पानी से हाथों को स्वच्छ रखें.
- अधिक मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें और पौष्टिक आहार लें.
- सर्दी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण होने पर चिकित्सकीय परामर्श लें और चिकित्सकीय परामर्श पर ही औषधि का सेवन करें.
- लक्षण होने पर स्वस्थ लोगों से दूरी बनाकर रखें.
क्या न करें:
- हाथ मिलाने से परहेज करें.
- इस्तेमाल किए गए टिश्यू पेपर और रूमाल का पुनः उपयोग न करें.
- लक्षण ग्रसित लोगों से नजदीकी सम्पर्क से बचें.
- बिना चिकित्सीय परामर्श के औषधि का इस्तेमाल न करें.
- बार-बार आँख, नाक व मुँह को छूने से बचें सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से परहेज करें.
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