महराजगंजःनेपाल में भूस्खलन के बाद काठमांडू के त्रिशुली नदी में गिरने के बाद दो बस लापता हो गई हैं. एक बस में सात भारतीय समेत चौबीस यात्री सवार थे. राहत बचाव कार्य जारी है. चुंबक से नदी में लापता बस का पता लगाया जा रहा है. नेपाल प्रशासन ने अभी तक 7 भारतीय यात्रियों का नाम-पता जारी किया है.
नेपाल में भूस्खलन के बाद त्रिशूली नदी में गिरीं दो बसें. (Photo; Chitwan District Administration) चितवन जिला प्रशासन कार्यालय की ओर से बताया गया कि भरतपुर मेट्रोपॉलिटन सिटी-29 सिमलताल में शुक्रवार सुबह भूस्खलन में गिरने के बाद त्रिशूली नदी में लापता दो बसों में से एक में सात भारतीय नागरिकों सहित लगभग 24 यात्री थे. मुख्य जिला अधिकारी इंद्रदेव यादव के मुताबिक बीरगंज से काठमांडू जा रही बस संख्या 03-006बी 1516 में ड्राइवर के साथ बस के तीन कर्मचारी, 14 स्थानीय यात्री और सात भारतीय नागरिक हैं. जिनमें 7 भारतीय नागरिकों सहित 17 लोगों के बारे में जानकारी मिली है.
त्रिशुली नदी में रेस्क्यू करने पहुंची टीम. (Photo; Chitwan District Administration) वहीं, काठमांडू से रौतहट के गौर आ रही एक अन्य बस त्रिशूली में गिरकर गुम हो गई है. इस बस बस में सवार तीन यात्री तैर कर बाहर निकल आये. इनमें रौतहट सिसवा धमोरा गरुड़-9 के जुगेश्वर राय यादव और कुरोनिया देवाही गोनाही नगर पालिका-1 के नंदन दास का इलाज भरतपुर के चितवन मेडिकल कॉलेज के टीचिंग हॉस्पिटल में चल रहा है. बस में जुगेश्वर की बेटी, बेटा और चार पोते-पोतियां भी थे, जिनका अभी तक पता नहीं चल पाया है.
काठमांडू में दो बसें नदी में गिरीं. (Photo; Chitwan District Administration) नंदन दास ने बताया कि यह घटना तब हुई जब वह अपने बेटे का इलाज कराने के लिए काठमांडू से घर लौट रहे थे. जुगेश्वर ने बताया कि वह सड़क से पांच बाल्ड्यांग खाकर नदी पर पहुंचा. वहीं, रौतहट के सरोज गुप्ता को सामान्य उपचार के बाद भरतपुर के सरकारी अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. वह अपने रिश्तेदारों के पास चले गए हैं. बस और यात्रियों की तलाश के लिए नेपाल सेना, सशस्त्र पुलिस और जिला पुलिस की आपदा बचाव टीम ड्यूटी पर है.
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