पटना : बिहार के मोकामा एक बार फिर से गोलियों की बौछार से थर्रा उठा. यह गोलीबारी तब हुई जब बाहुबली और पूर्व विधायक अनंत सिंह अपने समर्थकों के साथ जमीन विवाद सुलझाने पहुंचे थे. अचानक दोनों तरफ से दर्जनों राउंड फायरिंग हुई. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर कैंप करने पहुंच गई.
छोटे सरकार की मौजूदगी में बरसी गोलियां : पुलिस के मुताबिक 3 खोखे बरामद किए जा चुके हैं. गोली किसने चलाई इसकी जांच भी डीएसपी राकेश कुमार के नेतृत्व में चल रही है. गांव में भारी तनाव का माहौल है. खुद डीएसपी राकेश कुमार पुलिस बल के साथ गांव में कैंप कर रहे हैं.
छोटे सरकार की मौजूदगी में फायरिंग (ETV Bharat) ''मौके से 3 खोखे बरामद हुए हैं. जिनके घर पर गोली चली है उनके द्वारा दिया जा रहा है. जो लोग इसमें शामिल हैं उनको चिह्नित कर रहे हैं. पूर्व विधायक और उनके समर्थक यहां पर आए थे. गोलीबारी हुई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि पूर्व विधायक के समर्थकों द्वारा यहां पर गोली चलवाई गई है. इस संबंध में हम लोग साक्ष्य इक्ट्ठा कर रहे हैं. जो तथ्य सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. गोली चलाने वाले की हम लोग पहचान कर रहे हैं.''-राकेश कुमार, डीएसपी, बाढ़
जांच करते पुलिस अधिकारी (ETV Bharat) जमीन विवाद सुलझाने गए थे अनंत सिंह : जानकारी के मुताबिक मोकामा प्रखंड के नौरंगा-जलालपुर गांव में मोकामा के पूर्व विधायक अनंत कुमार सिंह और उनके समर्थकों और सोनू-मोनू गैंग के बीच जमकर गोलीबारी हुई है. इस फायरिंग में पूर्व विधायक अनंत सिंह बाल-बाल बच गए. वे नौरंगा-जलालपुर गांव में एक ज़मीन विवाद को सुलझाने के लिए पहुंचे थे, जब यह घटना घटी.
फायरिंग के बाद गांव में तनाव :गोलीबारी के बाद नौरंगा गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है. बाढ़ डीएसपी राकेश कुमार मौके पर कैंप कर रहे हैं। गांव में भारी तनाव का माहौल है, और पुलिस ने मौके से तीन खोखा भी बरामद किए हैं.
छोटे सरकार की मौजूदगी में गोलीबारी (ETV Bharat) सोनू-मोनू गैंग पर गोलीबारी का आरोप: बताया जा रहा है कि यह फायरिंग सोनू-मोनू गैंग द्वारा की गई. फायरिंग की घटना के बाद पांच थानों की पुलिस मौके पर पहुंची है और मामले की जांच शुरू कर दी है. मोकामा के पंचमहला में फायरिंग हुई.
छोटे सरकार पर बरसी गोलियां : अनंत सिंह का जन्म बिहार के पटना जिले के एक छोटे से गांव में हुआ. वे एक ताकतवर और प्रभावशाली नेता के रूप में उभरे. अनंत सिंह पर हत्या, अपहरण और जबरन वसूली जैसे कई गंभीर आरोप लगे. अगस्त 2024 में पटना के बेऊर जेल से अनंत सिंह को आर्म्स एक्ट में सबूतों के अभाव में बाइज्जत बरी कर दिया गया था. बता दें कि इस मामले में पटना की सिविल कोर्ट ने कुछ साल पहले ही गैर कानूनी गतिविधियां अधिनियम के तहत 10 साल की सजा सुनाई थी.
फायरिंग से इलाके में हड़कंप (ETV Bharat) कौन हैं अनंत सिंह : अनंत सिंह बिहार के एक प्रमुख नेता और पूर्व विधायक हैं, जो अपनी विवादित छवि और 'बाहुबली' के रूप में जाने जाते हैं. वे बिहार के पटना जिले के महुआ विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. उनका राजनीतिक करियर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) जैसे दलों के साथ जुड़ा रहा है. अनंत सिंह का नाम अपराध, असामाजिक गतिविधियों और गंभीर आरोपों से जुड़ा रहा है, और उन्हें उनके "बाहुबली" छवि के कारण एक अलग पहचान मिली.
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