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عوامی مقام پر سگریٹ پینے والا داروغہ معطل - عوامی مقام

اترپردیش کے ضلع پرتاپ گڑھ میں عوامی مقام پر سگریٹ کا دھواں اڑانے کے الزام میں تھانہ انچارج کو معطل کردیا گیا۔

عوامی مقام پر سگریٹ پینے والا داروغہ معطل
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Published : Jul 21, 2019, 3:18 PM IST

پولیس ذرائع نے بتایا کہ تھانہ سنگرام گڑھ کے گلنار کھورد گاؤں کے کلو کی مشتبہ حالت میں موت ہوگئی تھی۔
اطلاع کی بنیاد پر تھانہ انچارج پروین کشواہا معاملے کی جانچ کر نے جائے وقوع پر گئے تھے اور ہلاک ہوئے اہل خانہ کے سامنے انہوں نےکھلے عام دیگر افراد کی موجودگی میں سگریٹ پی تھی۔

انہوں نے بتایا کہ تھانہ انچارج کی عوامی مقام پر سگریٹ پیتے ہوئے ویڈیو سوشل میڈیا پر بھی وائر ل ہو گئی تھی جسے دیکھتے ہوئے سپرنٹنڈنٹ آف پولیس ابھیشیک سنگھ نے تھانہ انچارج سنگرام گڑھ پروین کشواہا کو دیر رات معطل کردیا ہے۔

پولیس ذرائع نے بتایا کہ تھانہ سنگرام گڑھ کے گلنار کھورد گاؤں کے کلو کی مشتبہ حالت میں موت ہوگئی تھی۔
اطلاع کی بنیاد پر تھانہ انچارج پروین کشواہا معاملے کی جانچ کر نے جائے وقوع پر گئے تھے اور ہلاک ہوئے اہل خانہ کے سامنے انہوں نےکھلے عام دیگر افراد کی موجودگی میں سگریٹ پی تھی۔

انہوں نے بتایا کہ تھانہ انچارج کی عوامی مقام پر سگریٹ پیتے ہوئے ویڈیو سوشل میڈیا پر بھی وائر ل ہو گئی تھی جسے دیکھتے ہوئے سپرنٹنڈنٹ آف پولیس ابھیشیک سنگھ نے تھانہ انچارج سنگرام گڑھ پروین کشواہا کو دیر رات معطل کردیا ہے۔

Intro:दिल्ली की तीन बार मुख्यमंत्री रही और वर्तमान में दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष शीला दीक्षित का निधन हो गया हैं ।आज उन्होंने दिल्ली के एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली उनके निधन के बाद उनके प्रशंसकों के द्वारा उनके व्यक्तित्व के बारे में उनसे जुड़े कई लोग बता रहे हैं ऐसा ही उनके साथ एक छोटी सी मुलाकात के बारे में पैसे से पायलट कैप्टन सिकंदर रिजवी उनको सादगी की मिसाल वाली महिला बताते हैं उनकी यादों पर ईटीवी की टीम ने कैप्टन सिकंदर रिजवी से बात की ।


Body:कैप्टन सिकंदर रिजवी पेशे से एक पायलट हैं वह दिल्ली में रहते हैं उनका कहना है कि 1985 में वह विदेश में पायलट की नौकरी कर रहे थे तब वह भारत लौटे थे उनको दिल्ली से लखनऊ जाना था उस जमाने में छोटे प्लेन होते थे जिसमें 10,15 लोग सवार होते थे और वो प्लेन कानपुर होकर लखनऊ जाती थी जब वह अपने सीट पर गए बैठने तो देखा कि विंडो सीट पर एक महिला बैठी हुई हैं वहीं पर उनका भी सीट था वह भी वहीं पर बैठ गए क्योंकि वह 1 साल बाद अपने घर लखनऊ जा रहे थे और उनकी एक बेटी हुई थी तो वह अपने हाथ में एक गुड़िया डॉल लिए हुए थे तभी विंडो सीट पर बैठी महिला ने पूछा आप जो डॉल लिए हैं बड़ी संभाल के रखे हुए तब उन्होंने कहा कि कि मैं विदेश में रहता हूं और 1 साल बाद अपने घर जा रहा हूं और मुझे एक बेटी हुई है और मैं उसको पहली बार देखूंगा तो उसके लिए तोहफे के रूप में यह डॉल विदेश से लेकर के आया हूं और इसको बड़े ही संभाल के मैं लाया हूं क्योंकि उस जमाने में कई जगह फ्लाइट बदलना होता था ।मैं अपने हाथ में गुड़िया को बड़े ही सम्भाल के पकड़े हुए थे तब उन्होंने कहा कि आप तो इस गुड़िया को ऐसे पकड़े हुए हैं जैसे लग रहा है कि यही आपकी बेटी है तब मैं जवाब दिया था कि जब बेटी के लिए ले जा रहा हूं तो यह मेरी बेटी जैसी है बरहाल यात्रा पूरी हुई प्लेन कानपुर पहुंचा फिर महिला उतरने लगी और उन्होंने बोला कि मेरी यात्राएं ही तक है फिर रिजवी कहते हैं कि मैं खड़ा हो गया और उनके निकलते वक्त उनका परिचय पूछा फिर उन्होंने बोला कि मैं शीला दीक्षित हूं और मैं मेंबर ऑफ पार्लियामेंट हूं मैं यह बातें सुनकर मेरे रोंगटे खड़े हो गए मैं सन्न रह गया कि जो महिला मेरे साथ यात्रा कर रही थी वह एक मेंबर ऑफ पार्लियामेंट है उनकी सादगी को देखकर मैं दंग रह गया क्योंकि उस जमाने में एक एमएलए और सांसद से मिलना बड़ी बात थी और उस जमाने में भी वह इतनी सादगी से जीवन जी रही थी इसी छोटी सी शीला दीक्षित की यादे कैप्टन रिज़वी के जहन में आज भी ताजा हैं।

उस वाक्य से पहले कैप्टन सिकंदर रिजवी शीला दीक्षित को नहीं जानते थे और ना ही उस घटना के बाद आज तक वो कभी शीला दीक्षित से मिल पाए आज उनके निधन पर उनका कहना हैं कि मुझे नहीं पता था कि 1985 में वायुयान में शीला दीक्षित जी से मेरी मुलाकात पहली और आखिरी होगी सिकंदर रिजवी कहते हैं कि मैं फिलहाल हेलीकॉप्टर उड़ाता हूं और कई इलेक्शन कंप्लेन में भाग लेता हूं कई नेताओं को अपने हेलीकॉप्टर में घुमाता हूं कई सीएम बने हैं लेकिन मैं उस वाकए के बाद कभी भी शीला दीक्षित से नहीं मिल पाया। अंत में कैप्टन रिज़वी कहते हैं कि शीला दीक्षित एक अच्छी एडमिनिस्ट्रेशन थी उन्होंने दिल्ली में बहुत काम किया कई फ्लाईओवर बनाए दिल्ली में सीएनजी को लागू किया ।


Conclusion:कांग्रेश की गद्दावर नेता शीला दीक्षित का निधन हो गया है उन्होंने आज आखरी सांस दिल्ली के स्कॉट हॉस्पिटल में ली अब उनके निधन पर लोग अपनी अपनी संवेदनाएं व्यक्त कर रहे हैं और उनको अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं ।
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